यूपी चुनाव

DFRAC Exclusive: यूपी चुनाव 2022 में फ़ेक और नफरत फैलाने वाले तत्व

यूपी चुनाव की हलचल के बीच उम्मीदवारों द्वारा आम लोगों को लुभाने के लिए कई वादे किए गए हैं। लेकिन, वोटरों को जीतने का खेल इतना आसान नहीं है। इसमें अन्य उम्मीदवारों की छवि खराब करने का  प्रयास भी शामिल है। इतना ही नहीं, यह खेल तब और भी गंभीर हो जाता है जब उम्मीदवारों […]

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 क्या दलित नफरत के केंद्र में बदल रहा है इंस्टाग्राम?

सोशल मीडिया का शाब्दिक अर्थ एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होता है| जहां यह कई लोगों के लिए वरदान है, वही दूसरों के लिए अभिशाप बन सकता है। जैसा कि लोग कहते हैं कि सोशल मीडिया बेजुबानों को आवाज देता है , यह कुछ हद तक सच है| लेकिन यह हमारे समाज के विरोधी तत्वों को भी आवाज देता है। इन असामाजिक तत्वों के मन में ऐसी रूढ़िवादी विचारधारा हैं कि इसके नीचे या ऊपर कुछ भी उनके लिए काम नहीं करता है। वे सभी अलग-अलग समुदायों और लोगों के बीच नफरत फैलाने में व्यस्त हैं। सोशल मीडिया के जरिए यह अब बहुत आसान हो गया है। यह हमारे राष्ट्र के लिए बड़े ही दुख की बात है | जो युवा देश के लिए एक बड़ी संपत्ति हो सकते हैं, वे वास्तव में एक बोझ बनते जा रहे हैं। अगर देखा जाए तो जिस सदी मे हम रेह है जो की 21वी सदी है, ऐसी रूढ़िवादी मानसिकता के बारे में सोचना एक सकारात्मक स्थान में रहने वाले व्यक्ति के लिए मुश्किल है| लेकिन, यह मौजूद है और इसे तब तक मिटा नहीं सकता जब तक कि वे स्वयं उस पर निर्णय नहीं लेते। हुमे बहुत हैरानी हुई जब हमने इंस्टाग्राम पर समाज के विभिन्न वर्गों में नफरत फैलाने वाले बहुत सारे खातों को देखा, जैसे कि एक तरफ ऐसे खाते थे जो महिलाओं को नीचा दिखा रहे हैं, वहीं कुछ अन्य हैं जो बहुजन समाज/दलितों को नीचा दिखाते हैं। महिलाओं के खिलाफ नफरत इस तरह के खातों के यूजर्स के लिए जिनके हिसाब से महिलाओं को शिष्ट, शुद्ध, पतिव्रत, अच्छी तरह से तैयार होना चाहिए, संक्षेप में, सुंदरता के निर्धारित मानकों को पूरा करना चाहिए| उनके लिए “फेमिनिस्ट” शब्द हाराम है। हमने कई पोस्ट और मीम्स देखे हैं जहां इंस्टाग्राम पर महिलाओं का मजाक उड़ाया जाता है।   दलितों के खिलाफ नफरत नफरत फैलाने का स्तर महिलाओं तक ही सीमित नहीं है बल्कि दलितों को भी अपने घेरे में ले चुका है। यह बात जगजाहिर है  कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का हमारे संबविधा को तैयार करने मे एक महततावपूर्ण योगदान है| किन्तु उनको भी  सोशल मीडिया साइट्स पर ट्रोल किया जा रहा है । ये सभी प्रयास समाज के विभिन्न वर्गों में नफरत की अधिकतम मात्रा को खींचने के लिए हैं। लोग भीमराव के खिलाफ अपना आंदोलन दिखाते हैं क्योंकि वह वही थे जिन्होंने एससी / एसटी ( अनुसूचित जाति / जनजाति) आदि के लिए आरक्षण की वकालत की थी। इंस्टाग्राम पर तरह-तरह के अकाउंट बनाए जाते हैं जिससे पता चलता है कि लोगों के मन में कितनी नफरत है। भीमराव अंबेडकर ने एक नव बौद्ध आंदोलन शुरू किया था जिसके तहत उन्होंने 1956 में नवयान नामक बौद्धों के लिए नए स्कूल बनाए| बाद मे  लगभग आधा मिलियन दलित उनके साथ जुड़ गए और खुद को नवायान बौडिस्ट में परिवर्तित कर लिया| इस आंदोलन पर भी इंस्टाग्राम पर बहुत सारे मीम्स शेयर किए जाते हैं क्योंकि इस आंदोलन ने हिंदू धर्म को खारिज कर दिया| और न केवल भारत की जाति व्यवस्था को चुनौती दी बल्कि दलितों के अधिकारों को बढ़ावा दिया। मूलनिवासी शब्द दलितों को नीचा दिखाने के लिए कई मीम्स के रूप में भी फैलाया जा रहा है| कुछ खाते दलितों पर ब्राह्मण वर्चस्व दिखा रहे हैं और समाज में वैमनस्य पैदा कर रहे हैं। निष्कर्ष ऐसी तस्वीरों और मीम्स का मुख्य उद्देश्य नकारात्मकता फैलाना और सब समाज के विभिन्न वर्गों के बीच एक दीवार बनाती है। इसलिए समाज के राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा निर्धारित एजेंडे को पूरा करना। हमारा सुझाव है कि ऐसे मुद्दों और इंस्टाग्राम पर उपयोगकर्ताओं की जांच करें ताकि ऐसी सभी अपमानजनक गतिविधियों को रोका जा सके | और एसे कदम उठाए जाए जिससे […]

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EXCLUSIVE Report: कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी पर सोशल मीडिया पर फैले सांप्रदायिकता का विश्लेषण

भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर विवादित टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज उर्फ अभिजीत धनन्जय सराग को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कालीचरण ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हुए धर्म संसद में महात्मा गांधी पर अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन किया था। जिसके बाद कालीचरण द्वारा महात्मा […]

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DFRAC विशेषः हरिद्वार की “धर्म संसद” में दिए गए मुस्लिम विरोधी भाषणों का विश्लेषण

उत्तराखंड के हरिद्वार में खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन आश्रम में 17 और 19 दिसंबर को हिंदुत्व संगठनों के चरमपंथियों का एक बड़ा कार्यक्रम ‘धर्म संसद‘ के नाम पर आयोजित हुआ। तीन दिनों के इस कार्यक्र्म में मुस्लिम और ईसाई विरोधी भावनाओं का एक असाधारण रूप देखा गया। जिसमे मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हथियार उठाने और […]

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फैक्ट-चेक: कर्नाटक में पाक-समर्थक नारे लगाने का दावा करने वाले वीडियो की सच्चाई।

कर्नाटक के कोडागु जिले के तीन लोगों पर फर्जी दावे के साथ एक वीडियो को मॉर्फ करने और फैलाने के लिए मामला दर्ज किया गया है, इन्होंने दावा किया था कि मुस्लिम महिलाएं पुलिस अधिकारियों के सामने “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे लगा रही थीं। मुस्लिम महिलाओं के ‘अंबेडकर जिंदाबाद’ के दावों को उठाने के मूल […]

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हेट फैक्ट्री 2: काकावाणी सोशल मीडिया पर फैला रहा नफरत

एक ‘पत्रकार’ का ट्विटर पर “काकावाणी” सोशल मीडिया के नाम के साथ एक कुख्यात इतिहास रहा है। वर्तमान में, उनके हैंडल @007QaQaAli के ट्विटर पर 20.5k फॉलोअर्स हैं। उनका एक इंस्टाग्राम और एक फेसबुक अकाउंट भी है, जिसके बड़े पैमाने पर फॉलोअर्स हैं। उनका इंस्टाग्राम हैंडल @007alisohrab है और उनके 76,300 फॉलोअर्स हैं। दूसरी ओर, […]

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त्रिपुरा हिंसा: हिंसक घटनाओं को लेकर धड़ल्ले से प्रसारित की गईं फर्जी ख़बरें

त्रिपुरा में हिंसा लगभग 2 सप्ताह पहले हिंसा हुई थी, 4 दिनों के भीतर सांप्रदायिक हिंसा की 10 से अधिक घटनाएं सामने आई थीं। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद त्रिपुरा भी प्रभावित हुआ, जिसने सीमा पर बांग्लादेश के साथ अपने तीन पक्षों को साझा किया। विश्व हिंदू परिषद द्वारा […]

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बांग्लादेश हिंसा में नफरत का विस्फोट

आक्रमण बर्बरता बांग्लादेश में हिंदुओं का सबसे बड़ा धार्मिक त्यौहार दुर्गा पूजा देश भर में तनाव और हिंसा के बीच समाप्त हो गई। देश बुधवार 13 अक्टूबर को कुमिला के एक स्थानीय मंदिर में ईशनिंदा के आरोप के बाद हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की गई। बांग्लादेश पुलिस ने हिंसा भड़काने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति की […]

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सुदर्शन न्यूज के भड़काऊ प्रसारणों और अभद्र भाषा का डाटा रिपोर्ट!

28 जुलाई 2021 को ट्वीटर पर तीन हैशटैग ट्रेंड कर रहे थे। यह हैशटैग हैं 1- #सुदर्शनएकबापकीऔलादनहीं 2- #सुदर्शनगद्दारोंकाबाप_है और 3-#ArrestSureshChavhanke। सुदर्शन न्यूज चैनल और उसके मालिक सुरेश चव्हाणके पर की गई ये विभिन्न हैशटैग के साथ टिप्पणियां हैं, जो एक साथ ट्रेंड कर रहे थे क्योंकि लोगों ने चव्हाणके पर राजस्थान के मीणा समुदाय […]

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नफरत भरी भीड़ ने मुस्लिम डोसा बनाने वालों के स्टॉल को तोड़ा

27 अगस्त, 2021 को समाचार वेबसाइट मोलिटिक्स ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें भीड़ को एक डोसा स्टॉल पर काम करते हुए दिखाया गया था। कैप्शन में दावा किया गया है कि यह वीडियो मथुरा का है और डोसा स्टॉल का नाम “श्रीनाथ” है।वीडियो में दिख रहे लोगों को विक्रेता से सवाल पूछते और सुना […]

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