
Dr. Ambedkar,Chhattisgarh
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर अमृतसर में एक उपद्रवी द्वारा बाबा साहेब की प्रतिमा तोड़े जाने की खबर आई। अब अमृतसर का बताकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि वकीलों द्वारा एक युवक की पिटाई की जा रही है जबकि पुलिस पिटते युवक को बचाने का प्रयास कर रही है। यूजर्स यह वीडियो शेयर कर दावा कर रहे हैं कि अमृतसर में बाबासाहेब की मूर्ति तोड़ने वाले मनुवादी की कोर्ट में पेशी के दौरान पिटाई की गई।
PROFESSOR RAM LAKHAN नामक एक यूजर ने यह वीडियो शेयर कर लिखा, “26 जनवरी को अमृतसर में बाबासाहेब की मूर्ति तोड़ने वाले मनुवादी की कोर्ट में पेशी के दौरान पिटाई,संविधान निर्माता,अमृतसर”

इसके अलावा अन्य यूजर्स ने भी वीडियो शेयर कर ऐसा ही दावा किया है जिसे यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेक
DFRAC टीम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड सर्च किए, हमें zeenews Madhya Pradesh Chhattisgarh की 17 जनवरी 2025 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली जिसमें बताया गया है कि रायपुर में कोर्ट में शुक्रवार को अधिवक्ता को थप्पड़ मारने वाले आरोपी को वकीलों ने पुलिस के सामने जमकर पीटा। आरोपी अजय सिंह ने वकील दीर्घेश शर्मा को थप्पड़ जड़ दिया था जिसके बाद वकीलों ने खमतराई थाने में आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर हंगामा किया। पुलिस आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने के बाद आरोपी को लेकर कोर्ट में पेशी के लिए पहुंची थी। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जैसे ही पुलिस बाहर लेकर आई वकील आरोपी को देखकर भड़क गए और वकीलों ने आरोपी की ताबड़तोड़ पिटाई की। इस बीच पुलिस आरोपी को बचाने का प्रयास करती दिखी।

इसके अलावा navbharattimes तथा भारतीय समाचार यूट्यूब चैनल पर भी इस घटना के बारे में बताया गया है।

इसके अलावा navbharattimes की 28 जनवरी 2025 की रिपोर्ट में बताया गया है कि गणतंत्र दिवस पर अमृतसर में गोल्डन टेंपल के पास आकाशदीप सिंह नामक युवक द्वारा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को तोड़ने का प्रयास किया गया। 24 साल का आकाशदीप पंजाब के मोगा जिले के धरमकोट का रहने वाला है। वह गोल्डन टेंपल के पास अंबेडकर की मूर्ति के पास एक सीढ़ी लगाकर हथौड़े से उसे तोड़ने की कोशिश कर रहा था। उसने मूर्ति के नीचे रखी संविधान की प्रतिमा को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। कोतवाली पुलिस ने आकाशदीप को गिरफ्तार कर उसका बयान दर्ज किया है।

निष्कर्ष
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो अमृतसर में बाबा साहेब की मूर्ति तोड़ने का प्रयास करने वाले युवक के साथ मारपीट का नहीं है बल्कि छत्तीसगढ़, रायपुर के कोर्ट में वकील के साथ अभद्रता करने वाले आरोपी अजय सिंह की पिटाई का है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।