लखनऊ के लुलु मॉल विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के भ्रामक पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इन्हीं भ्रामक पोस्टों में यह दावा किया जा रहा है कि लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़ने वाले 3 युवक हिन्दू थे। जिनके नाम सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक और गौरव गोस्वामी हैं।
इस दावे के साथ ट्विटर पर वेरीफाइड यूजर और कांग्रेस नेता सलमान निजामी ने लिखा- “So those who offered Namaz in Lulu Mall in Lucknow posing as Muslims are- Saroj Nath Yogi, Krishna Kumar Pathak, Gaurav Goswami. This is how these hatemongers defame Muslims. Sensible Hindus must speak up and stop these thugs from defaming their religion!”
जिसका हिन्दी ट्रांसलेशन- “तो लखनऊ के लुलु मॉल में मुस्लिम बनकर नमाज पढ़ने वालों में हैं- सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक, गौरव गोस्वामी। इस तरह ये नफरत फैलाने वाले मुसलमानों को बदनाम करते हैं। समझदार हिंदुओं को बोलना चाहिए और इन ठगों को अपने धर्म को बदनाम करने से रोकना चाहिए!”
वहीं इस दावे के साथ कई अन्य यूजर्स ने भी पोस्ट शेयर किया है।
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे दावे का फैक्ट चेक करने लिए हमने इन पोस्ट पर किए गए कमेंट्स देखें। इस कमेंट्स में DCP South Lucknow (@DCP_South) का एक ट्वीट पोस्ट किया जा रहा है। @DCP_South के इस पोस्ट में लिखा गया है- “आज दिनांक 15.07.2022 को विभिन्न धर्म एवं समुदाय के चार लोगों द्वारा लुलु मॉल में बिना अनुमति के धार्मिक क्रियाकलाप का प्रयास किया गया। इनका उद्देश्य जान-बूझकर साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ना था। लखनऊ कमिश्नरेट में पूर्व से धारा-144 द0प्र0सं0 भी लागू है। चारों व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया एवं न्यायिक हिरासत में भेजा गया जिनके नाम निम्नवत हैं- 1- सरोजनाथ योगी 2- कृष्ण कुमार पाठक 3- गौरव गोस्वामी 4- अरशद अली।”
इस संदर्भ में और ज्यादा जानकारी के लिए हमने थाना सुशांत गोल्फ सिटी के एसएचओ शैलेंद्र गिरी से संपर्क किया। शैलेंद्र गिरी ने बताया कि यह घटना 15 जुलाई 2022 की है। जिसमें तीनों हिन्दू अपना धार्मिक कार्य करना चाहते थे, जबकि मुस्लिम युवक नमाज पढ़ना चाहता था, इसलिए इन युवकों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इनका लुलु मॉल में नमाज पढ़ने की घटना से कोई संबंध नहीं है।
फैक्ट चेक- लुलु मॉल में नमाज पढ़ने युवक हिन्दू नहीं थे, सोशल मीडिया पर भ्रामक दावा वायरल
लखनऊ के लुलु मॉल विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के भ्रामक पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इन्हीं भ्रामक पोस्टों में यह दावा किया जा रहा है कि लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़ने वाले 3 युवक हिन्दू थे। जिनके नाम सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक और गौरव गोस्वामी हैं।
इस दावे के साथ ट्विटर पर वेरीफाइड यूजर और कांग्रेस नेता सलमान निजामी ने लिखा- “So those who offered Namaz in Lulu Mall in Lucknow posing as Muslims are- Saroj Nath Yogi, Krishna Kumar Pathak, Gaurav Goswami. This is how these hatemongers defame Muslims. Sensible Hindus must speak up and stop these thugs from defaming their religion!”
जिसका हिन्दी ट्रांसलेशन- “तो लखनऊ के लुलु मॉल में मुस्लिम बनकर नमाज पढ़ने वालों में हैं- सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक, गौरव गोस्वामी। इस तरह ये नफरत फैलाने वाले मुसलमानों को बदनाम करते हैं। समझदार हिंदुओं को बोलना चाहिए और इन ठगों को अपने धर्म को बदनाम करने से रोकना चाहिए!”
वहीं इस दावे के साथ कई अन्य यूजर्स ने भी पोस्ट शेयर किया है।
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे दावे का फैक्ट चेक करने लिए हमने इन पोस्ट पर किए गए कमेंट्स देखें। इस कमेंट्स में DCP South Lucknow (@DCP_South) का एक ट्वीट पोस्ट किया जा रहा है। @DCP_South के इस पोस्ट में लिखा गया है- “आज दिनांक 15.07.2022 को विभिन्न धर्म एवं समुदाय के चार लोगों द्वारा लुलु मॉल में बिना अनुमति के धार्मिक क्रियाकलाप का प्रयास किया गया। इनका उद्देश्य जान-बूझकर साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ना था। लखनऊ कमिश्नरेट में पूर्व से धारा-144 द0प्र0सं0 भी लागू है। चारों व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया एवं न्यायिक हिरासत में भेजा गया जिनके नाम निम्नवत हैं- 1- सरोजनाथ योगी 2- कृष्ण कुमार पाठक 3- गौरव गोस्वामी 4- अरशद अली।”
इस संदर्भ में और ज्यादा जानकारी के लिए हमने थाना सुशांत गोल्फ सिटी के एसएचओ शैलेंद्र गिरी से संपर्क किया। शैलेंद्र गिरी ने बताया कि यह घटना 15 जुलाई 2022 की है। जिसमें तीनों हिन्दू अपना धार्मिक कार्य करना चाहते थे, जबकि मुस्लिम युवक नमाज पढ़ना चाहता था, इसलिए इन युवकों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इनका लुलु मॉल में नमाज पढ़ने की घटना से कोई संबंध नहीं है।
वहीं इस संदर्भ में लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने भी पोस्ट करके तथ्यों को साफ किया है। जिसको आप इस लखनऊ कमिश्नरेट के ट्विट में पढ़ सकते हैं।
निष्कर्षः
हमारे फैक्ट चेक से साबित हो रहा है कि इन 3 हिन्दू युवकों और 1 मुस्लिम युवक को 15 जुलाई को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। इसका 12 जुलाई को लुलु मॉल में नमाज पढ़ने से कोई संबंध नहीं है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है।
दावा- लुलु मॉल में नमाज पढ़ने वाले युवक हिन्दू थे
दावाकर्ता- सोशल मीडिया यूजर्स
फैक्ट चेक- भ्रामक