Rajnath Singh Fake Letter

फैक्ट चेकः क्या राजनाथ सिंह ने सेना को नुकसान छिपाने का निर्देश दिया? नहीं, वायरल लेटर फेक है

Fact Check hi Fake Featured

सोशल मीडिया पर भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का एक लेटर वायरल हो रहा है। जिसमें वह भारतीय सेना के उत्तरी कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ को यह निर्देश देते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उधमपुर एयर बेस के दौरे पर एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम या भारतीय वायु सेना के किसी भी विमान के नुकसान से जुड़ी हाल की घटना का कोई भी लिखित या मौखिक संदर्भ नहीं दिया जाएगा।

अंग्रेजी भाषा में लिखे इस पत्र का हिन्दी अनुवाद है, ‘माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उधमपुर एयर बेस की आगामी यात्रा के संबंध में, सभी संरचनाओं को अत्यधिक परिचालन विवेक का प्रयोग करना है। एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम या भारतीय वायु सेना द्वारा किए गए किसी भी विमान के नुकसान से जुड़ी हाल की घटना का कोई भी लिखित या मौखिक संदर्भ नहीं दिया जाएगा। जम्मू, उधमपुर या उरी सेक्टर में मिसाइल से संबंधित घटनाओं का उल्लेख करने से सख्ती से बचना चाहिए। सभी बाहरी या आंतरिक पूछताछ को नियमित तैनाती गतिविधियों के अनुरूप मानक गैर-परिचालन शब्दावली का उपयोग करके संबोधित किया जाना चाहिए। केवल पूर्व-अनुमोदित सामग्री ही संप्रेषित की जाएगी। हताहतों की संख्या, जो वर्तमान में 112 कर्मियों की मौत के रूप में आंकी गई है, गोपनीय है और किसी भी परिस्थिति में इसका खुलासा नहीं किया जाएगा। स्वीकृत सार्वजनिक प्रतिक्रिया बनी हुई है: “ऑपरेशनल हताहतों की पुष्टि की जा रही है।” माननीय प्रधानमंत्री को सभी ब्रीफिंग में भारत की रक्षात्मक क्षमताओं और आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत चल रहे स्वदेशी आधुनिकीकरण पर प्रकाश डाला जाएगा। प्रत्यक्ष संपर्क के लिए नामित कर्मियों की रक्षा जनसंपर्क निदेशालय द्वारा जांच और मंजूरी होनी चाहिए। गैर-अनुपालन आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 और लागू रक्षा सेवा विनियमों के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई को आकर्षित करेगा।’

इस लेटर को शेयर करते हुए एक पाकिस्तानी यूजर ने लिखा, ‘लीक: भारत के रक्षा मंत्रालय का “गोपनीय” पत्र उजागर! S-400 विफल। 112 सैनिक मारे गए। मोदी ने अपनी उधमपुर यात्रा से पहले सच्चाई को दबाने की कोशिश की – लेकिन अब सच्चाई सामने आ गई है।’

लिंक

वहीं इस लेटर को फेसबुक पर भी शेयर किया गया है, जिसे यहां देखा जा सकता है।

फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने वायरल लेटर के संदर्भ में गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया। हमें राजनाथ सिंह द्वारा ऐसा कोई पत्र लिखे जाने और उसके लीक होने की किसी भी मीडिया संस्थान की कोई कवरेज नहीं मिली।

वहीं DFRAC की टीम ने इस लेटर के संदर्भ में आधिकारिक तौर पर स्पष्टीकरण के लिए PIB फैक्ट चेक के सोशल मीडिया अकाउंट्स को देखा। हमें यहां वायरल लेटर को फेक करार हुए एक पोस्ट मिला, जिसमें बताया गया है कि सोशल मीडिया पर कथित तौर पर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ को संबोधित एक फेक पत्र शेयर किया जा रहा है। इसे पाकिस्तानी अकाउंट्स द्वारा गलत प्रचार के रूप में फैलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य गलत सूचना फैलाना है।

लिंक

निष्कर्षः

DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का भारतीय सेना के उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ को लिखा पत्र फेक है। यह पत्र पाकिस्तानी यूजर्स द्वारा भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा के तहत शेयर किया जा रहा है।