फैक्ट चेक: क्या दिल्ली दंगों में मुसलमानों ने पुलिसकर्मी को पीटा?

Fact Check hi Featured Misleading

दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर निकाली गई शोभा यात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई। इस दौरान दो पक्षों में जमकर ईंट-पत्थर चले। हालांकि पुलिस ने इस मामले पर तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके में शांति-व्यवस्था बहाल कर दी है और इस घटना के 20 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसके अलावा पुलिस की जांच अभी चल रही है।

इस बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि मुस्लिम भीड़ द्वारा एक पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी गई थी। एक यूजर ने पोस्ट करते हुए लिखा- “और कितनी बार हम सब ये देखते रहेंगे”

https://twitter.com/ZOONewsTV/status/1515359497430384640?s=20&t=hoYHiqpj6CDPK3TNCHYL4A

वहीं एक और यूजर ने लिखा- “how many time  we have to see this? #DelhiRiots  #Jahangirpuri केजरुद्दीन ने कहा दंगा को केंद्र सरकार नियंत्रण करें। यह मेरा काम नहीं है। अशोक गहलोत भी यही कह रहा है। तो CM क्यों बने, इस्तीफा दो, कभी योगीजी और मामाजी ने ऐसा कहा क्या? सीधा #buldozer चलता है।”

https://twitter.com/ashoksen1005/status/1515413328297803778?s=20&t=LaLD5ApuSQrUpHqQdd7a8A

 

फैक्ट चेक:

वायरल हो रहे इस फोटो की प्रमाणिकता की जांच के लिए हमने गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया। हमने पाया कि यह तस्वीर दिल्ली की नहीं बल्कि अहमदाबाद की है। जब वहां सीएए के विरोध में रहे प्रदर्शन के दौरान बवाल हो गया था। जिसके बाद कुछ युवकों ने पुलिस पर पथराव किया था। इस एक ही तस्वीर को कई समाचार साइटों ने विभिन्न हेडलाइंस के साथ पोस्ट किया था। जैसा कि यह तस्वीर सीएए के बीच अहमदाबाद में हुए विरोध प्रदर्शन की थी।

तस्वीर को 20 दिसंबर 2019 को शेयर किया गया था। टाइम्स ऑफ इंडिया लिखता है, “सीएए, हलचल: अहमदाबाद में बंद हिंसक हो गया, 30 घायल।

 

निष्कर्षः

इस फैक्ट चेक से साबित होता है कि सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा किया जा रहा दावा झूठा और भ्रामक है। वायरल फोटो दिल्ली का नहीं बल्कि अहमदाबाद का है।

दावा- दिल्ली हिंसा में मुस्लिमों ने पुलिसकर्मी की पिटाई की

दावाकर्ता- सोशल मीडिया

फैक्ट चेक- भ्रामक