फैक्ट चेक : करौली हिंसा के तहत हिंदुओं को धमकी देने वाले एक व्यक्ति का वीडियो वायरल हुआ। जानिए पूरी हकीकत।

करौली दंगों के बाद अलग-अलग शहरों में हिंसा के कई मामले देखने को मिले। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर घृणित और अपमानजनक पोस्टों की बाढ़ आ गई है। इस बीच करौली हिंसा से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है।  आगे वीडियो को शेयर करते हुए @Metpco ने कैप्शन लिखा, “ राजस्थान:- करौली जला कर […]

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DFRAC विशेषः करौली हिंसा पर सांप्रदायिकता फैलाने वालों का विश्लेषण

राजस्थान के करौली में हिन्दू नववर्ष के मौके पर 2 अप्रेल को हिन्दू संगठनों द्वारा निकाली गई बाईक रैली के दौरान जमकर हिंसा हुई। जानकारी के अनुसार, मुस्लिम बहुल इलाके में मस्जिद के पास ‘कथित तौर से डीजे पर ‘टोपी वाला भी सिर झुकाकर एक दिन जय श्रीराम बोलेगा’ गाना बजाने से ये हिंसा भड़की। […]

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फैक्ट चेक: तीन पुलिसकर्मियों के एक शख्स को बेरहमी से पीटने के वीडियो के पीछे की सच्चाई.

सोशल मीडिया साइट्स पर तीन पुलिसकर्मियों द्वारा एक व्यक्ति को बेरहमी से पीटने का वीडियो कथित रूप से साझा किया गया है। वीडियो को इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि मोबाइल फोन चोरी करने के आरोप में 3 पुलिसकर्मी एक पुलिस स्टेशन के अंदर एक व्यक्ति की बेरहमी से पिटाई कर […]

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फैक्ट चेक: क्या पाकिस्तान बन रहा है बंगाल? सच्चाई जानो।

बंगाल हर दिन एक नए दंगे से जल रहा है। इंटरनेट पर लोग अलग-अलग सोशल मीडिया साइट्स पर अपने विचार पोस्ट कर रहे हैं। हाल ही में एक घटना का वीडियो पूरे इंटरनेट पर शेयर किया गया है जिसमें लोग सड़क पर चलती कारों के शीशे तोड़ते नजर आ रहे हैं. बताया जा रहा है […]

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फैक्ट चेक: OpIndia ने गुजरात के भावनगर में मुसलमानों के हिंदूओं को फ्लैट बेचने के लिए धमकाने की चलाई झूठी खबर

दक्षिणपंथी न्यूज़ वेबसाइट OpIndia ने गुजरात के भावनगर में मुसलमानों द्वारा हिंदुओं को धमकाने की एक खबर चलाई। जो देखते ही देखते वायरल हो गई। खबर मे दावा किया गया कि पिछले हफ्ते 100 से 150 मुसलमानों की भीड़ ने भावनगर में सात्विक हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में घुस कर हिंदू फ्लैट मालिकों को धमकाया, और उन्हें अपने फ्लैट बेचने […]

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 क्या दलित नफरत के केंद्र में बदल रहा है इंस्टाग्राम?

सोशल मीडिया का शाब्दिक अर्थ एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होता है| जहां यह कई लोगों के लिए वरदान है, वही दूसरों के लिए अभिशाप बन सकता है। जैसा कि लोग कहते हैं कि सोशल मीडिया बेजुबानों को आवाज देता है , यह कुछ हद तक सच है| लेकिन यह हमारे समाज के विरोधी तत्वों को भी आवाज देता है। इन असामाजिक तत्वों के मन में ऐसी रूढ़िवादी विचारधारा हैं कि इसके नीचे या ऊपर कुछ भी उनके लिए काम नहीं करता है। वे सभी अलग-अलग समुदायों और लोगों के बीच नफरत फैलाने में व्यस्त हैं। सोशल मीडिया के जरिए यह अब बहुत आसान हो गया है। यह हमारे राष्ट्र के लिए बड़े ही दुख की बात है | जो युवा देश के लिए एक बड़ी संपत्ति हो सकते हैं, वे वास्तव में एक बोझ बनते जा रहे हैं। अगर देखा जाए तो जिस सदी मे हम रेह है जो की 21वी सदी है, ऐसी रूढ़िवादी मानसिकता के बारे में सोचना एक सकारात्मक स्थान में रहने वाले व्यक्ति के लिए मुश्किल है| लेकिन, यह मौजूद है और इसे तब तक मिटा नहीं सकता जब तक कि वे स्वयं उस पर निर्णय नहीं लेते। हुमे बहुत हैरानी हुई जब हमने इंस्टाग्राम पर समाज के विभिन्न वर्गों में नफरत फैलाने वाले बहुत सारे खातों को देखा, जैसे कि एक तरफ ऐसे खाते थे जो महिलाओं को नीचा दिखा रहे हैं, वहीं कुछ अन्य हैं जो बहुजन समाज/दलितों को नीचा दिखाते हैं। महिलाओं के खिलाफ नफरत इस तरह के खातों के यूजर्स के लिए जिनके हिसाब से महिलाओं को शिष्ट, शुद्ध, पतिव्रत, अच्छी तरह से तैयार होना चाहिए, संक्षेप में, सुंदरता के निर्धारित मानकों को पूरा करना चाहिए| उनके लिए “फेमिनिस्ट” शब्द हाराम है। हमने कई पोस्ट और मीम्स देखे हैं जहां इंस्टाग्राम पर महिलाओं का मजाक उड़ाया जाता है।   दलितों के खिलाफ नफरत नफरत फैलाने का स्तर महिलाओं तक ही सीमित नहीं है बल्कि दलितों को भी अपने घेरे में ले चुका है। यह बात जगजाहिर है  कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का हमारे संबविधा को तैयार करने मे एक महततावपूर्ण योगदान है| किन्तु उनको भी  सोशल मीडिया साइट्स पर ट्रोल किया जा रहा है । ये सभी प्रयास समाज के विभिन्न वर्गों में नफरत की अधिकतम मात्रा को खींचने के लिए हैं। लोग भीमराव के खिलाफ अपना आंदोलन दिखाते हैं क्योंकि वह वही थे जिन्होंने एससी / एसटी ( अनुसूचित जाति / जनजाति) आदि के लिए आरक्षण की वकालत की थी। इंस्टाग्राम पर तरह-तरह के अकाउंट बनाए जाते हैं जिससे पता चलता है कि लोगों के मन में कितनी नफरत है। भीमराव अंबेडकर ने एक नव बौद्ध आंदोलन शुरू किया था जिसके तहत उन्होंने 1956 में नवयान नामक बौद्धों के लिए नए स्कूल बनाए| बाद मे  लगभग आधा मिलियन दलित उनके साथ जुड़ गए और खुद को नवायान बौडिस्ट में परिवर्तित कर लिया| इस आंदोलन पर भी इंस्टाग्राम पर बहुत सारे मीम्स शेयर किए जाते हैं क्योंकि इस आंदोलन ने हिंदू धर्म को खारिज कर दिया| और न केवल भारत की जाति व्यवस्था को चुनौती दी बल्कि दलितों के अधिकारों को बढ़ावा दिया। मूलनिवासी शब्द दलितों को नीचा दिखाने के लिए कई मीम्स के रूप में भी फैलाया जा रहा है| कुछ खाते दलितों पर ब्राह्मण वर्चस्व दिखा रहे हैं और समाज में वैमनस्य पैदा कर रहे हैं। निष्कर्ष ऐसी तस्वीरों और मीम्स का मुख्य उद्देश्य नकारात्मकता फैलाना और सब समाज के विभिन्न वर्गों के बीच एक दीवार बनाती है। इसलिए समाज के राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा निर्धारित एजेंडे को पूरा करना। हमारा सुझाव है कि ऐसे मुद्दों और इंस्टाग्राम पर उपयोगकर्ताओं की जांच करें ताकि ऐसी सभी अपमानजनक गतिविधियों को रोका जा सके | और एसे कदम उठाए जाए जिससे […]

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#HijabRow – सांप्रदायिकता की एक पंक्ति

कर्नाटक के एक कॉलेज से शुरू हुआ हिजाब विवाद न केवल पूरे देश में फ़ेल गया। बल्कि इस विवाद ने लोगों को दो भागों में विभाजित कर दिया। जहां एक तरफ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ लोग इसके खिलाफ भी हैं। 8 दिन का लंबा समय गुजर जाने के बाद भी […]

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फैक्ट चेक: जानिए मुस्लिमों द्वारा हिंदुओं को नपुंसक बनाने के लिए बिरियानी में दवा मिलाने की सच्चाई

सोशल मीडिया पर मुस्लिमों द्वारा हिंदुओं को नपुंसक बनाने के लिए बिरियानी में दवा मिलाने की एक बड़ी  पोस्ट वायरल ही रही है। जिसमे दावा किया गया कि हिंदुओं की जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है। एक यूजर ने अपने ट्वीट में लिखा कि ‘कोयम्बटूर में “माशा अल्लाह” नाम से […]

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फ़ैक्ट चेक: मुस्लिम युवक द्वारा छेड़खानी का विरोध करने पर एक मासूम बच्ची की चाकू से गोदकर हत्या | जानिये सच्चाई

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि क मुस्लिम युवक द्वारा छेड़खानी का विरोध करने पर एक मासूम बच्ची की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। यहां यह बताना जरूरी है कि पिछले कुछ वर्षों में सोशल मीडिया पर ‘लव जिहाद’ को लेकर एक बृहद चर्चा छिड़ी हुई […]

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#फ़ैक्टचेक: हिंदुओं को खुलेआम धमकी देने वाले विडियो की सच्चाई!

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दावा किया गया है कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति दिल्ली का शहर काजी और आप नेता है जो हिंदुओं के बारे में आपत्तिजनक बातें कर रहा है। कई यूजर्स ने दावा किया है कि ‘यह दिल्ली का शहर काजी और […]

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