
सोशल मीडिया साइट्स पर तीन पुलिसकर्मियों द्वारा एक व्यक्ति को बेरहमी से पीटने का वीडियो कथित रूप से साझा किया गया है।
वीडियो को इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि मोबाइल फोन चोरी करने के आरोप में 3 पुलिसकर्मी एक पुलिस स्टेशन के अंदर एक व्यक्ति की बेरहमी से पिटाई कर रहे हैं।
पूरे इंटरनेट पर लोग क्रूर पिटाई के खिलाफ अपना आंदोलन दिखा रहे हैं।
एक Facebook user ने कहा, ‘वीडियो उत्तर प्रदेश का है। मैं पूछना चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश पुलिस संविधान के अधीन है या आरएसएस, विहिप के अधीन है। अत्याचार, चाहे वह मुस्लिम, दलित या स्वदेशी लोगों पर हो, बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुस्लिम आवाज़ नाम के पेज द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो का आर्काइव लिंक यहां है।
फैक्ट चेक:
हमने वीडियो की वास्तविकता जानने के लिए DFRAC पर इस तस्वीर को रिवर्स सर्च किया। हमने पाया कि वीडियो 2020 तक पुराना है।
NDTV ने शीर्षक के तहत खबर साझा की, “कैमरा 3 पर यूपी पुलिस संदिग्ध फोन चोर को जमीन पर प्रताड़ित करने के लिए पिन करती है।”
आलोक पांडे नाम के एक ट्विटर यूजर ने इसी घटना पर एक ट्वीट शेयर किया, लेकिन साल 2020 में।
This is the @deoriapolice , viciously assaulting a young man accused of mobile theft by his neighbour , inside a police station. One cop tries to smash the man's face with his boot , the man is hit multiple times with a belt as other cops pin him down . Three cops suspended … pic.twitter.com/hzDplXrDv0
— Alok Pandey (@alok_pandey) January 10, 2020
निष्कर्ष:
वीडियो यूपी का ही है, हाल के दिनों का नहीं।
Claim Review: तीन पुलिसकर्मियों ने एक शख्स की बेरहमी से पिटाई की.
Claimed by: सोशल मीडिया उपयोगकर्ता।
फैक्ट चेक: भ्रामक।