सोशल मीडिया पर नेपाल के दो वीडियो शेयर किए गए हैं। एक वीडियो में देखा जा सकता है कि बुलडोजर द्वारा जलती कार को तोड़ा जा रहा है, वहीं दूसरे वीडियो में एक घर में लगी भीषण आग को देखा जा सकता है। इन दोनों वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर दावा किया गया है कि दुर्गा विसर्जन पर हुए हमले के बाद, नेपाल सरकार ने अवैध इस्लामी संपत्तियों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। वहीं Gen-Z ने एक मस्जिद में आग लगा दी।
इन दोनों वीडियो को शेयर करते हुए The Jaipur Dialogues नामक यूजर ने अंग्रेजी भाषा में कैप्शन लिखा, जिसका हिन्दी अनुवाद है, ‘दुर्गा विसर्जन पर हुए हमले के बाद, नेपाल सरकार ने अवैध इस्लामी संपत्तियों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। इस बीच, गुस्साए जेनरेशन ज़ेड के युवाओं ने जवाबी कार्रवाई में एक मस्जिद में आग लगा दी!’

इस वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ ओसियन जैन नामक यूजर ने भी शेयर किया है। ओसियन जैन ने लिखा, ‘बाबा का बुल्डोजर अब नेपाल भी पहुंच चुका है दुर्गा विसर्जन पर हुए हमले के बाद, नेपाल सरकार ने अवैध इस्लामी संपत्तियों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। इस बीच, गुस्साए जेनरेशन ज़ेड के युवाओं ने जवाबी कार्रवाई में एक मस्जिद में आग लगा दी!’

वहीं इन वीडियो को कई अन्य यूजर्स द्वारा भी शेयर किया गया है, जिसे यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच में पाया कि दोनों वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया गया है। दरअसल यह दोनों वीडियो सोशल मीडिया पर दुर्गा विसर्जन के पहले से ही मौजूद हैं और यह सितंबर महीने में Gen-Z के प्रदर्शन के दौरान के हैं। यहां हम दोनों वीडियो का अलग-अलग फैक्ट चेक दे रहे हैं।
पहले वीडियो का फैक्ट चेकः
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि बुलडोजर द्वारा एक जलती हुई कार को तोड़ा जा रहा है। इस वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमने पाया कि यह वीडियो इंटरनेट पर 10 सितंबर से मौजूद है। एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘बिल्कुल। केन्या के विपरीत, यहाँ विरोध प्रदर्शन बहुत शांतिपूर्ण और व्यवस्थित थे।’
वहीं कई अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को 10 सितंबर और 11 सितंबर को यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया है। जिसे यहां और यहां देखा जा सकता है।
दूसरे वीडियो का फैक्ट चेकः
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक घर में भीषण आग लगी है। इस वीडियो को मस्जिद में आग लगाए जाने की घटना का बताकर शेयर किया गया है। हमने इस वीडियो की जांच में पाया कि यह मस्जिद में आग लगाए जाने का वीडियो का नहीं है। इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने 9 सितंबर को पोस्ट किया है। इस यूजर ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने बीरगंज महानगर निगम के नगर प्रमुख राजेशमान सिंह के घर में आग लगा दी।
यहां हम एक कोलाज दे रहे हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि वायरल वीडियो में दिख रहा जलता हुआ घर एक ही है और घर के दरवाजे पर लगा स्वास्तिक का निशान भी देखा जा सकता है।

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर नेपाल में Gen-Z प्रदर्शन के दौरान का वीडियो भ्रामक और सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया गया है।

