उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में यादव जाति के कथावाचक व्यास मुकुट मणि और संत यादव के साथ हुए दुर्व्यवहार मामले में सियासत खूब हो रही है। इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हैं। इस बीच एक वीडियो जमकर शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक महिला द्वारा लाठी से कुछ महिलाओं की पिटाई की जा रही है। सोशल मीडिया पर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यादव जाति की कथा में पहुंची ब्राह्मण जाति की महिलाओं की यादव महिलाओं ने जमकर पिटाई कर दी।
इस वीडियो पर टेक्स्ट लिखा है, ‘यादव कथा में ब्राह्मण महिलाएं पहुंचे तो यादव महिला उसको मरने लगी’। इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, ‘पण्डिताइन के मूत्र शुद्धिकरण का बदला यादव महिलाओं ने इस तरह लिया. लठ शुद्धिकरण’

वहीं इस वीडियो को Aryansh नामक यूजर द्वारा भी ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया गया है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच के लिए गूगल लेंस की मदद से वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस वीडियो के साथ हमें Zee Bihar Jharkhand के एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर एक वीडियो रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि धनबाद के झरिया के सुदामडीह इलाके में कलश यात्रा में चोरी की वारदात सामने आई है, जिसमें कुछ महिला चोरों ने महिलाओं के गहने छीने।
वहीं इस घटना के संदर्भ में हमें the news post की एक रिपोर्ट भी मिली, जिसमें इस घटना के बारे में विस्तार से बताया गया है, जिसके मुताबिक धनबाद के सुदाम डीह की एनबीसी कॉलोनी में नौ दिवसीय यज्ञ चल रहा है। कलश यात्रा में शरबत वितरण के दौरान कम से कम छह महिलाओं के गले से सोने की चेन और मंगलसूत्र चोरी हो गए। जिसके बाद लोगों द्वारा चोर महिला गैंग के सदस्यों को पकड़ लिया गया और उन्हें पंचदेव मंदिर कमेटी कार्यालय में बंद कर उनकी पिटाई की गई। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई।

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि महिलाओं की पिटाई चोरी के आरोप में की गई थी, जिसे जातिगत रंग देकर सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।