
सोशल मीडिया पर एक युद्धपोत का वीडियो शेयर कर इसे तुर्किए द्वारा पाकिस्तान को भारी तादाद में सैन्य सामग्री भेजे जाने के दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो को पाकिस्तानी सोशल मीडिया यूजर्स के साथ-साथ तुर्किए की मीडिया संस्थान Misk Media के एक्स (पूर्व ट्विटर) के हैंडल से भी ऐसे ही दावे के साथ पोस्ट किया गया है।
Misk Media के हैंडल से इस वीडियो को अरबी भाषा में कैप्शन के साथ पोस्ट किया गया है, जिसका हिन्दी अनुवाद है, ‘तुर्की ने अपने सबसे शक्तिशाली युद्धपोत पाकिस्तान भेजे! | तुर्की स्टेशन’

इस वीडियो को पाकिस्तानी सेना के नाम से बनाए गए प्रोपेगेंडा अकाउंट Pakistan_Army (@Pakistan1_Army) से भी पोस्ट कर ऐसी ही भ्रामक जानकारी दी गई है।

फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच के लिए की-फ्रेम्स को गूगल लेंस की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया। यह वीडियो हमें अप्रैल 2023 में कई सोशल मीडिया हैंडल्स पर पोस्ट मिला। 23 अप्रैल 2023 को इस वीडियो को Çağrı (@Cagri1bey) नामक यूजर के हैंडल से पोस्ट किया गया है।
एक अन्य यूजर ने भी इस वीडियो को 26 अप्रैल 2023 को शेयर कर जानकारी दी गई है कि, ‘टीसीजी अनाडोलू (एल-400) और तुजला श्रेणी के गश्ती जहाज टीसीजी टेकिरदाग (पी-1207) के बोस्फोरस से काला सागर में प्रवेश करने की तस्वीरें।’
इसके बाद आगे की जानकारी के लिए हमारी टीम ने गूगल पर कीवर्ड्स ‘Turkey sends TCG ANADOLU (L-400) to Pakistan’ सर्च किया, लेकिन हमें किसी भी विश्वसनीय मीडिया संस्थान द्वारा प्रकाशित कोई न्यूज नहीं मिली।

वहीं कुछ और जांच करने पर हमने पाया कि इससे पहले जब तुर्किए का पाकिस्तान को 6 फाइटर जेट भेजे जाने का दावा किया गया था, तब तुर्किए की तरफ से इसका खंडन करते हुए किसी भी प्रकार का फाइटर जेट पाकिस्तान को भेजने से इनकार किया गया था। तुर्की गणराज्य संचार निदेशालय दुष्प्रचार निरोधक केंद्र ने इस मामले पर एक ट्विट में बताया था कि यह सूचना गलत है। ट्विट में लिखा गया है, ‘कुछ मीडिया आउटलेट्स द्वारा किया गया दावा कि “तुर्की ने हथियारों से भरे छह विमान पाकिस्तान भेजे” सच नहीं है। तुर्की से रवाना होने वाला एक परिवहन विमान निर्धारित मार्ग पर अपनी यात्रा जारी रखने से पहले ईंधन भरने के उद्देश्य से पाकिस्तान में उतरा। अधिकारियों और संस्थानों के बयानों के अलावा बनाई गई अटकलबाज़ी वाली खबरों पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए।’
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर तुर्किए का पाकिस्तान को युद्धपोत अनाडोलू L-400 भेजे जाने का दावा गलत है। वायरल वीडियो साल 2023 से इंटरनेट पर मौजूद है।