आदिवासी महिला के प्रताड़ित होने का वीडियो भ्रामक तरीके से जाति-आधारित दावे के साथ वायरल , जाने वायरल वीडियो की सच्चाई

फैक्ट चेक : आदिवासी महिला के प्रताड़ित होने का वीडियो भ्रामक तरीके से जाति-आधारित दावे के साथ वायरल , जाने वायरल वीडियो की सच्चाई

Fact Check hi Featured Misleading

एक वीडियो X पर व्यापक रूप से शेयर किया गया है , जिसमें एक महिला को बेबस स्थिति में देखा जा सकता है, जिसे भीड़ ने दौड़ाकर अपमानित किया। यूजर्स इस वीडियो की जमकर निंदा कर रहे हैं और इसे जाति आधारित रूप से जोड़ते हुए आरोप लगा रहे हैं कि गुजरात के दाहोद में एक आदिवासी महिला को भीड़ ने बेरहमी से पीटा और निर्वस्त्र कर घुमाया,आदिवासी समुदायों पर अत्याचार दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं।

रिंकी यादव नामक यूजर ने विडिओ शेयर कर लिखा ” प्रधानमंत्री जी के गृह राज्य गुजरात के दाहोद में एक आदिवासी महिला को निर्वस्त्र कर घुमाया गया और बेरहमी से पीटा गया ! यह घटना बेहद निंदनीय और शर्मनाक है! क्या आदिवासी समुदाय के लोगों के जीवन का कोई मोल नहीं, राष्ट्रपति जी?

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इसके अलावा अन्य यूजर्स ने भी यह वीडियो शेयर कर ऐसे ही दावे किए हैं जिसे यहाँ ,यहाँ और यहाँ क्लिक करके देखा जा सकता है।  

फैक्ट चेक 

DFRAC टीम ने वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें News18 ,DeccanHerald और HindustanTimes की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि गुजरात पुलिस ने 28 जनवरी को विवाहेतर संबंध के आरोप में एक महिला को मोटरसाइकिल से बांधने, निर्वस्त्र करने, पीटने और दाहोद जिले के धलसीमल गांव में घुमाने के मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है।

इसके अलावा, रिपोर्ट में बताया गया है कि महिला के ससुराल वालों ने उस पर एक ग्रामीण के साथ संबंध होने के संदेह में 15 लोगों के साथ हमला किया, जिनमें से ज्यादातर उनके परिवार से थे,और उन सब ने महिला को पकड़ कर शहर में घुमाया। इससे स्पष्ट है की यह घटना आपसी विवाद की है और इसमें कोई जाति आधारित एंगल नहीं है

निष्कर्ष

DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि यह घटना आपसी विवाद की है और इसमें कोई जाति आधारित एंगल नहीं है इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।