किसी भी देश में सेना की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। देश और नागरिकों की रक्षा, शत्रुओं के हमलों को नाकाम करना और आपदा तथा विपत्तियों के समय सेना की मदद ली जाती है। भारत की संवैधानिक व्यवस्था में राष्ट्रपति सेना का कमांडर-इन-चीफ होता है और सेनाओं की निष्ठा भी राष्ट्रपति के प्रति होती हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो राजनीतिक रूप से सेना की भूमिका तटस्थ होती है और वह जाति, रंग, नस्ल, धर्म, क्षेत्र, जेंडर सहित तमाम पहचानों से इतर देश सेवा को सर्वोपरि मानती है। इसलिए भारतीय थल सेना का ध्येय वाक्य ‘Service before self’ यानी ‘खुद से पहले सेवा’ है।
लेकिन सोशल मीडिया पर भारतीय सेना की धूमिल करने के लिए सेना के वरिष्ठ रिटायर्ड अधिकारियों के कई फेक अकाउंट्स बनाए गए हैं, जिससे अपमानजनक और आपत्तिजनक पोस्ट किए जा रहे हैं। इस विशेष रिपोर्ट में हम उन फेक अकाउंट्स का विश्लेषण प्रदान करेंगे, जो सेना के रिटायर्ड अधिकारियों के नाम से बनाए गए हैं।
रिटायर्ड सेना अधिकारियों के बनाए गए फेक अकाउंट्सः
हमारी जांच में सामने आया कि भारतीय के कई बड़े अधिकारियों के नाम और फोटो के साथ फेक अकाउंट्स बनाए गए। जिसमें मेजर जनरल एसपी सिन्हा (रिटायर्ड), लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. सुब्रत साहा (रिटायर्ड) और ब्रिगेडियर अरुण बाजपेई सहित कई रिटायर्ड अधिकारी हैं।
1- मेजर जनरल एसपी सिन्हा का फेक अकाउंटः
भारतीय सेना में मेजर जनरल एसपी सिन्हा (रिटायर्ड) का फेक अकाउंट Maj Gen Sp Sinha (@SpSenha43841) बनाया गया है। यह अकाउंट अप्रैल 2023 से एक्स प्लेटफॉर्म पर एक्टिव है, इसके 69 फॉलोवर्स हैं और इस अकाउंट से अब तक कुल 76 पोस्ट किए गए हैं।
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भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे पर अपमानजनक ट्वीटः
मेजर जनरल एसपी सिन्हा (रिटायर्ड) के दो ट्वीट ऐसे किए गए हैं, जिसमें भारतीय थल सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे पर अपमानजनक ट्वीट किया गया है।
भारतीय सेना को “रेपिस्ट आर्मी” बताने का विवादित ट्वीटः
मेजर जनरल एसपी सिन्हा (रिटायर्ड) के इस फेक अकाउंट से कई विवादित ट्वीट किये गए हैं, जिसमें मुख्य रुप से सेना और सरकार को निशाना बनाया गया है। भारतीय सेना को रेपिस्ट आर्मी (बलात्कारी सेना) संबोधित करते हुए कई पोस्ट किए गए हैं, जिसे यहां दिए जा रहे कोलाज में देखा जा सकता है।
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खालिस्तानी आतंकी पन्नू की धमकी पर ट्वीटः
भारत में 2023 में हुए क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की धमकियों पर इस अकाउंट से कई ट्वीट किए गए हैं। इन ट्वीट्स में पन्नू के शब्दों को दोहराया गया है, जिसमें वह वर्ल्ड कप को टेरर कप संबोधित करता है।
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जनरल सिन्हा (रिटायर्ड) की फेक और ओरिजिनल आईडीः
यहां हम मेजर जनरल एस पी सिन्हा (रिटायर्ड) का ओरिजिनल अकाउंट दे रहे हैं, जिससे उनके असली अकाउंट की सही जानकारी लोगों को मिल सके। उनकी ओरिजिनल आईडी Major Gen S P Sinha (@MajGen_SPsinha) है।
मेजर जनरल एस पी सिन्हा (रिटायर्ड) ने अपने ओरिजिनल अकाउंट से 25 अप्रैल 2022 को एक वीडियो संदेश ट्वीट कर अपने नाम से बनाए गए फर्जी अकाउंट से आगाह किया था और उसे फॉलो नहीं करने की अपील भी की थी।
लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा (रिटायर्ड) का फेक अकाउंटः
लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा (रिटायर्ड) का एक ट्विटर अकाउंट बनाया गया था। इस अकाउंट के माध्यम से राजनीतिक ट्वीट्स को रिट्वीट और लाइक किया जा रहा था। लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा (रिटायर्ड) ने भी ट्विटर पर इस अकाउंट के फेक होने की जानकारी दी और इसकी रिपोर्ट की, जिसके बाद इस अकाउंट को डीलिट कर दिया गया। यहां इस अकाउंट के सदर्भ में विवरण दिया जा रहा है।
लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा (रिटायर्ड) का फेक अकाउंट
यूजर आईडी: @mjavinod175970
मौजूदा स्थिति: – अकाउंट सस्पेंड
इस अकाउंट के बारे में लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. सुब्रत साहा के ओरिजिनल अकाउंट ने रिपोर्ट किया है। उनके ट्वीट को यहां दिए स्क्रीनशॉट में देखा जा सकता है।
ब्रिगेडियर अरुण बाजपेई का फेक अकाउंटः
भारतीय सेना में ब्रिगेडियर अरुण बाजपेई का फेक अकाउंट बनाया गया था। यहां उनके नाम से बनाए गए फेक अकाउंट को देखा जा सकता है।
ब्रिगेडियर अरुण बाजपेई का फेक अकाउंट
यूजर आईडी : @AarunBri80391
वर्तमान स्थिति: अकाउंट सस्पेंड
यहां हम मेजर जनरल एसपी सिन्हा और ब्रिगेडियर अरुण बाजपेई के अकाउंट्स के फॉलोवर्स का तुलनात्मक चार्ट दे रहे हैं। जिसमें यह पाया गया कि इन दोनों अकाउंट्स के बीच कुल 16 फॉलोवर्स ऐसे थे, जिन्होंने दोनो अकाउंट्स को फॉलो किया है। जो इन दोनों अकाउंट्स को फॉलो करने यूजर्स का लगभग 55 से 60% होता है।
भारतीय सेना अधिकारियों के फेक अकाउंट का पाकिस्तान कनेक्शनः
यहां सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि सेना अधिकारियों के फेक अकाउंट्स ने सबसे पहले रमीज खान नामक एक ऑटोमेटेड बॉट अकाउंट को फॉलो किया, जो एक पाकिस्तानी शख्स रमीज खान युसुफजई का है।
कौन है रमीज खान युसुफजई?
रमीज खान युसुफजई ने अक्टूबर 2021 में ट्विटर पर अपना अकाउंट बनाया था। वह @endian30 यूजर आईडी से अपने अकाउंट का संचालन कर रहा था। उसके बायो में दी गई जानकारी के मुताबिक वह अमेरिका के जर्मनटाउन-मैरीलैंड में रहता है। उसके प्रोफाइल और कवर फोटो में पाकिस्तान का झंडा लगा है। इसने अपने बायो में ऊर्दू में एक संदेश लिखा है, जिसका हिन्दी अनुवाद है- “सबसे पहले पाकिस्तान। हमारा मकसद हमारी जिंदगियों से ज्यादा अहम है (गुलामी नामंजूर)। पाकिस्तान की सेना हमारा गर्व है। इमरान खान जरूरी है।”
रमीज खान का ऑटोमेटेड बॉट अकाउंटः
रमीज खान युसुफजई के ऑटोमेटेड बॉट अकाउंट का नाम उर्दू में रमीज खान है। उसकी यूजर आईडी @endian31 है। इसने बायो में अपनी लोकेशन कैमडेन टाउन-लंदन बताया है। इस अकाउंट के प्रोफाइल फोटो में पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों के फोटो का कोलाज लगा है और कवर फोटो में पाकिस्तान का झंडा लगा है। ट्विटर पर यह अकाउंट मई 2013 में बनाया गया था।
भारतीय सेना अधिकारियों के फेक अकाउंट का रमीज खान से संबंधः
यहां हम एक ग्राफिक्स के माध्यम से यह बताने की कोशिश करेंगे कि कैसे भारतीय सेना के रिटायर्ड अधिकारियों के नाम और फोटो के साथ बनाए गए फेक अकाउंट्स का पाकिस्तानी यूजर रमीज खान युसुफजई से संबंध है। दरअसल रमीज खान ने बड़ी चालाकी से इन अकाउंट्स को अपने ऑटोमेटेड बॉट अकाउंट से जोड़ा था। लेकिन उसकी कलई तब खुल गई, जब हमारी टीम ने इस ऑटोमेटेड बॉट अकाउंट की जांच की। इस ग्राफ में आप देख सकते हैं कि किस प्रकार से इस बॉट अकाउंट को सेना के रिटायर्ड अधिकारियों के फेक अकाउंट्स को फॉलो कर रहे थे।
रमीज खान युसुफजई ने बदला यूजरनेमः
रमीज खान युसुफजई ने एक्स हैंडल पर अपना यूजरनेम बदल दिया है। वह फिलहाल @rkspak1 से एक्टिव है। हमने अपनी जांच में पाया कि उसकी पुरानी और नई आईडी का नंबर- 1446448792761520129 है। जिससे यह स्पष्ट होता है कि दोनों आईडी एक हैं। वहीं उसने अपनी लोकेशन जर्मनटाउन-मैरीलैंड से बदलकर नॉर्थ-वेस्ट इंग्लैंड कर दिया है।
निष्कर्षः
भारतीय सेना के अधिकारियों के नाम से बनाए गए फेक अकाउंट की जांच करने पर कॉमन कनेक्शन पाकिस्तानी शख्स से जुड़ता प्रतीत हो रहा है। कुछ अधिकारियों के फेक अकाउंट्स को सस्पेंड कर दिया है, जबकि मेजर जनरल एसपी सिन्हा (रिटायर्ड) का अकाउंट अभी भी एक्टिव है। इस अकाउंट से सेना के अधिकारियों के बारे में अपमानजनक पोस्ट शेयर किया जाता है और भारतीय सेना को बलात्कारी बताया जाता है, जिससे लोगों के बीच यह प्रोपेगेंडा किया जा सके कि भारतीय सेना का एक रिटायर्ड अधिकारी ही सेना को बलात्कारी बता रहा है।