![Haldwani](https://dfrac.org/wp-content/uploads/2024/02/Real-2024-02-09T153849.091.png)
सोशल मीडिया पर एक वीडियो को हल्द्वानी हिंसा के दौरान पुलिस लाठीचार्ज का बताकर शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो को सोशल मीडिया साइट
और कई यूट्यूब चैनलों पर भी अपलोड किया गया है।इस वीडियो को शेयर करते हुए चांदनी नामक यूजर ने लिखा- “बीजेपी के द्वारा बनाए नए भारत के हल्द्वानी, उत्तराखंड में मुसलमानो पर लाठियां बरसाते हुए संवैधानिक पुलिसकर्मी। #HaldwaniRiots #Haldwani“
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Source- X
वहीं इस वीडियो को यूट्यूब पर भी कुछ यूजर्स ने हल्द्वानी लाठीचार्ज का बताकर शेयर किया है।
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Source- Ganpati Awasthi
![](https://dfrac.org/wp-content/uploads/2024/02/image-80-1024x636.png)
Source- Sheela Bisht
![](https://dfrac.org/wp-content/uploads/2024/02/image-81-1024x630.png)
Source- Negi Pahadi UK
फैक्ट चेकः
वायरल वीडियो का फैक्ट चेक करने के लिए DFRAC की टीम ने वीडियो को सबसे पहले कुछ फ्रेम्स में कन्वर्ट किया, फिर रिवर्स सर्च किया। हमने पाया कि कुछ यूजर्स ने इस वीडियो को मुंबई के घाटकोपर में मुफ्ती सलमान अजहरी के समर्थकों पर लाठीचार्ज का बताकर शेयर किया है।
कई यूजर्स ने इस वीडियो को 7 फरवरी 2024, दिन-बुधवार की रात 10 से 11 बजे के बीच पोस्ट किया था, जबकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हिंसा 8 फरवरी, दिन गुरुवार की शाम को भड़की थी। जिससे यह स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो हल्द्वानी में हिंसा भड़कने से एक दिन पहले ही सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया था।
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Source- VINI & Prashant Deshmukh
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि जिस वीडियो को सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा हल्द्वानी में लाठीचार्ज का बताया जा रहा है, उस वीडियो को सोशल मीडिया पर कई यूजर्स द्वारा हल्द्वानी हिंसा से एक दिन पहले मुंबई लाठीचार्ज का बताकर पोस्ट किया गया था। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है।