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हाल ही में, पुलिस ने पटना में आरआरबी-एनटीपीसी के एक्जाम के विरोध में हिंसा भड़काने के लिए खान सर को बुक किया था। रेलवे परीक्षा को लेकर बिहार में इन दिनों कई वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं| खान सर का ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने कैप्शन लिखा है, “कोचिंग जिहाद। पटना के खान सर को लोगों ने सर पर बिठाया था, अच्छे खासे पॉपुलर होते ही आ गए अपने रंग मे। अखिलेश भैया, ये होता है इंटरनेट टेररिज्म और ऐसे होते हैं इंटरनेट टेररिस्ट।”
https://twitter.com/humlogindia/status/1486741279866191872?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1486741279866191872%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fdfrac.org%2Fwp-admin%2Fpost.php%3Fpost%3D8904action%3Dedit
इसी तरह, अरुण पुदुर ने लिखा, “कल कांग्रेस और राजद आईटी सेल ने खुद को #KhanSir कहने वाले इस हेटमॉन्जर का समर्थन करते हुए पूरे दिन ट्रेंड किया, इस क्लिप को देखें जहां सड़क पर छात्रों को उतारने की @narendramodi सरकार को खुलेआम धमकी दी गई है। अब मुझे बताओ कि वह निर्दोष है। #ArrestCoachingMafia है एक अच्छी शुरुआत। “
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इसी तरह कई और यूजर्स ने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया है।
फैक्टचेक
हमारे फ़ैक्ट चेक विश्लेषण पर हमने पाया कि सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो से संबंधित दावे भ्रामक हैं। हमें यह वीडियो ” खान जीएस रिसर्च सेंटर ” नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। उन्होंने यह वीडियो 31 अगस्त, 2020 को अपलोड किया था ।
ऊपर दिए गए वीडियो में वह मैनेजमेंट को लेकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं| उनकी बात छात्रों को विरोध के लिए उकसा सकती है लेकिन ये वीडियो करीब 1.5 साल पुराना है| इसलिए साफ है कि इसका पटना में चल रहे विरोध प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं है.
निष्कर्ष
इसलिए, हमारे फ़ैक्टचेक विश्लेषण में यह साबित होता है कि सोशल मीडिया उपयोगकर्ता इस वीडियो को भ्रामक दावों के साथ साझा कर रहे हैं
Claim – खान सर छात्रों को हिंसक बनने के लिए उकसा रहे हैं।
Claimed by – अरुण पुदुर और अन्य सोशल मीडिया यूजर्स। Fact – भ्रामक |