जम्मू-कश्मीर हमेशा से ज्वलंत मुद्दा रहा है। यहां होने वाली घटनाएं राष्ट्रीय पैमाने पर काफी असर करती है और लोगों का ध्यान आकर्षित करती हैं। मौजूदा केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को संविधान में मिले धारा-370 में संशोधन कर हटा दिया था। जिसके बाद से कश्मीर का मुद्दा और ज्यादा सुर्खियों में रहा है। वहीं कश्मीर के नेता भी जिन्हें गुपकार संगठन कहा जाता है, वो भी काफी चर्चा में रहते हैं। इन नेताओं में पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्लाह, उनके बेटे और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्लाह और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती प्रमुख हैं। ये नेता अपने बयानों की वजह से मीडिया की सुर्खियों में बराबर रहते हैं।
सोशल मीडिया पर फारूक अब्दुल्लाह का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि फारूक अब्दुल्लाह भजन गा रहे हैं। सोशल मीडिया के यूजर्स दावा कर रहे हैं कि कश्मीर से धारा-370 हटने के बाद फारूक अब्दुल्लाह में बदलाव आया है और वह अब सार्वजनिक मंचों पर भजन गाने लगे हैं। कुछ लोग इसे फारूक अब्दुल्लाह का डर बता रहे हैं। कुछ लोगों ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- ‘धारा 370 हटने के बाद फारूक अब्दुल्ला में अद्भुत परिवर्तन’
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फैक्ट चेकः
वीडियो के कुछ फ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमने पाया कि यह वीडियो फारूक अब्दुल्लाह का सही है और फारूक अब्दुल्लाह ने भजन भी गाया है। लेकिन भजन गाने का यह वीडियो धारा-370 हटने के बाद का नहीं बल्कि पुराना है। नलिन भट ने 11 फरवरी 2018 को ये वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया है। जिसमें आसाराम बापू के सतसंग में फारूक अब्दुल्लाह भजन गा रहे हैं।
वहीं कुछ और सर्च करने पर हमने पाया कि इस वीडियो को 2009 में Satsangarmit नामक यूट्यूब पर अपलोड किया गया था। जिसके डिस्क्रिप्शन में दावा किया गया है कि यह वीडियो 2001 का है।
इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा धारा-370 हटने के बाद फारूक अब्दुल्लाह द्वारा भजन गाने का दावा झूठा और भ्रामक है। सोशल मीडिया के यूजर्स एक प्रोपेगैंडा के तहत 2001 के इस वीडियो को 20 साल बाद यानी 2021 में पोस्ट कर रहे हैं।