सोशल मीडिया पर फिजिक्स के एक प्रोफेसर की एक वीडियो क्लिप बड़ी वायरल हो रही है। जिसमे वह दावा कर रहा है कि खाड़ी युद्ध के दौरान इराकी सैनिकों को आत्मसमर्पण करने पर मजबूर करने के लिए दिमागी नियंत्रण हथियार का सफलतापूर्वक उपयोग किया गया था।
वीडियो में एक शख्स को यह कहते हुए सुने जा सकता है कि “चार अलग-अलग तकनीकें और प्रौद्योगिकियां हैं जो किसी व्यक्ति के सिर में आवाज उठा सकती हैं। और एक बार जब आप ऐसा कर लेते हैं तो आप न्यूरोलिंग्विस्टिक प्रोग्रामिंग तकनीकों का उपयोग करके उन्हें नियंत्रित कर सकते हैं। आप उनकी विचार प्रक्रियाओं और दिमाग को फिर से जोड़ रहे हैं .. उन्होंने इसका इस्तेमाल किया, मुझे विश्वास है, खाड़ी युद्ध में, उस समय दुश्मन को यह बताने के लिए, ‘अल्लाह के वास्ते अपनी बंदूकें रखो।’ और इसने बहुत अच्छा काम किया”
वीडियो में दिखाई दे रही शख्स की पहचान रॉबर्ट डंकन के रूप में बताई गई है। जो पीएच.डी. होने के साथ भौतिकी के प्रोफेसर है। साथ ही टेक्सास टेक यूनिवर्सिटी के महामारी विज्ञान और सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त है।”
फैक्ट चेक:
वायरल वीडियो की पड़ताल करने के लिए सबसे पहले हमने डॉ रॉबर्ट डंकन के बारे में पड़ताल की। हमें टेक्सास टेक यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी से पता चला कि वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा शख्स डॉ रॉबर्ट डंकन नहीं है। क्योंकि रॉबर्ट वी. डंकन टेक्सास टेक यूनिवर्सिटी में भौतिकी में प्रोफेसर होने के साथ भौतिकी और खगोल विज्ञान विभाग के विशिष्ट अध्यक्ष भी हैं।
वीडियो से सबंधित जांच के दौरान हमने पाया कि डॉ रॉबर्ट डंकन ने AAP FactCheck को एक ईमेल के जवाब में बताया कि “यह ‘डॉ रॉबर्ट डंकन’ निश्चित रूप से मैं नहीं हूं। मैं इस तरह के शोध में पहले कभी शामिल नहीं हुआ और न ही कभी ऐसा शोध करूंगा।”
वहीं खाड़ी युद्ध के विशेषज्ञों ने भी माइंड कंट्रोल हथियारों के इस्तेमाल को नकारा है। कोलंबिया विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय और सार्वजनिक मामलों के प्रोफेसर डॉ लॉरेंस पॉटर ने खाड़ी युद्ध में माइंड कंट्रोल हथियारों के इस्तेमाल पर कहा कि “मैं खाड़ी युद्ध (1990-91) की घटनाओं से परिचित हूं लेकिन मैंने ऐसा कभी नहीं सुना। उन्होने कहा, “मैं भले शस्त्रागार के सभी हथियारों से परिचित नहीं हूं, लेकिन यह दावा मुझे काल्पनिक लगता है।”
अत: वायरल वीडियो में किया गया दावा फेक है। क्योंकि विशेषज्ञों ने पुष्टि की है कि वर्तमान में तो ऐसा कोई हथियार मौजूद ही नहीं है जो माइंड को कंट्रोल कर सके।
Claim Review : खाड़ी युद्ध में माइंड कंट्रोल हथियारों के इस्तेमाल से इराकी सैनिक हुए थे आत्मसमर्पण करने पर मजबूर
Claimed by: DJ Bisho
(फेसबुक यूजर)
Fact Check: फेक