नुपुर शर्मा विवाद के बाद सोशल मीडिया साइट्स पर अलग अलग दावे के साथ बेतह़ाशा तस्वीरें और वीडियोज़ की बाढ़ सी आ गई है। इन्हीं में से वायरल हो रहे एक वीडियो में बर्बर पुलिस लाठी चार्ज के दृश्य देखे जा सकते हैं।
उदय प्रताप सिंह नामक एक यूज़र ने फ़ेसबुक कैप्शन,“#योगी_जी के जन्मदिन के अवसर पर यह विशाल भंडारा कानपुर (Kanpur) में चल रहा है। जो भी विशाल भंडारे में प्रसाद लेना चाहते हैं, वह लाइन से क्रमबद्ध होकर अवश्य पधारें, उन्हें प्रसाद संपूर्ण रूप से दिया जाएगा ताकि दोबारा आपको प्रसाद लेने की आवश्यकता ना पड़े। आइए और प्रसाद ग्रहण कीजिए, विशाल भंडारे में आप ही का प्रसाद है और आप ही को दिया जा रहा है जैसा आप ने बनाया है वैसा ही आप को परोसा जा रहा है।” के साथ एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो में देखा जा सकता कि पुलिस बहुत सख़्त लाठी चार्ज कर रही है।
फ़ैक्ट चेक:
इंटरनेट पर हमने इस वीडियो के कुछ फ़्रेम को रिवर्स सर्च इमेज करने पर पाया कि यही वीडियो कैप्शन,“गोरखपुर: सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पथराव में दो घायल,लाठीचार्ज” के साथ दिसंबर 2019 को यूट्यूब चैनल Live Hindustan पर अपलोड किया गया है।
वहीं फ़ेसबुक पेज UPtv samachar पर भी कैप्शन,“#गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ में नखास चौक पर नमाज के बाद भारी विरोध प्रदर्शन, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई जमकर झड़प, जमकर चले ईंट-पत्थर और जूते, पुलिस ने हिंसक भीड़ पर भांजी लाठियां।” के साथ यही वीडियो पोस्ट किया गया है।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट चेक से साबित होता है कि यूज़र्स द्वारा भ्रामक दावे के साथ वीडियो पोस्ट किया गया है, क्योंकि असल वीडियो कानपुर (Kanpur) का नहीं बल्कि गोरखपुर सीएए विरोधी प्रदर्शन 2019 का है और इसका नुपुर शर्मा विवाद से इसका कोई वास्ता नहीं।
दावा: कानपुर प्रदर्शन के दौरान बर्बर पुलिस लाठी चार्ज
दावाकर्ता: सोशल मीडिया यूज़र्स
फ़ैक्ट चेक: भ्रामक
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