Maulana Firoz and Bareilly Violence

फैक्ट चेकः तेजस्वी से पुलिस की शिकायत करते मौलाना फिरोज का वीडियो बरेली से जोड़कर भ्रामक दावा किया गया

Fact Check Featured Misleading

बरेली में आई लव मोहम्मद प्रकरण पर पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया था। इस बीच सोशल मीडिया पर एक मौलाना का वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि यह मौलाना बिहार से बरेली प्रदर्शन में पहुंचे थे, जिनकी पुलिस ने पिटाई की है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि मौलाना बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को घटना के बारे में रो-रोकर बता रहे हैं।

इस वीडियो को शेयर करते हुए ओसियन जैन नामक यूजर ने लिखा, ‘भाईजान का कुसूर बस इतना था कि बिहार से बरेली दंगों में शामिल होने आ गए थे!’

लिंक

वहीं इस वीडियो को बरेली से जोड़ते हुए कई अन्य यूजर्स द्वारा भी एक्स (पूर्व ट्विटर) और फेसबुक पर शेयर किया गया है, जिसे यहां, यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।

फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच में पाया कि इस वीडियो का बरेली आई लव मोहम्मद प्रकरण से कोई संबंध नहीं है। दरअसल यह वीडियो फरवरी 2025 में बिहार के बधुबनी जिले की एक घटना का है। हमें इस घटना के संदर्भ में एबीपी न्यूज सहित कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। एबीपी न्यूज की रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार के मधुबनी में पुलिस पर आरोप लगा कि वाहन चेकिंग के क्रम में मो. फिरोज नाम के शख्स को पीटा गया। इतना पीटा गया कि जख्म देखने के लिए खुद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मधुबनी के बेनीपट्टी पहुंच गए। दरअसल 30 जनवरी 2025 को बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के कटैया गांव निवासी मो. फिरोज ने बेनीपट्टी थाना के पुलिसकर्मियों पर वाहन चेकिंग के दौरान मारपीट कर घायल करने का आरोप लगाया था।

इस घटना के बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 3 फरवरी को घायल मोहम्मद फिरोज से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान फिरोज ने तेजस्वी को पुलिस प्रताड़ना के बारे में बताया था। तेजस्वी से घटना के बारे में बताते मौलाना फिरोज के वीडियो को 4 फरवरी को एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है।

लिंक

निष्कर्षः

DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर मधुबनी जिले में तेजस्वी यादव से पुलिस की शिकायत करते मौलाना फिरोज का फरवरी 2025 का पुराना वीडियो बरेली जोड़कर शेयर किया गया है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।