
उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला लगा हुआ है। जहां लाखों की संख्या में रोजाना श्रद्धालु पवित्र नदी के जल में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। ऐसे में कुंभ मेले की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। जिसमे एक साधू को पुलिस के दो जवान पकड़े हुए है। दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने कुंभ मेले से एक आतंकी को साधु के भेष में पकड़ा है।

Source: X
सोशल मीडिया साईट X पर वेरिफाइड यूजर अमरेन्द्र बाहुबली ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश के कुंभ मेले में आतंकी अयूब खान गिरफ्तार साधु बनकर आया था और साधुओं में मिल गया था उसने सबसे बड़ा अपराध करने की साजिश रची थी जो उसका मजहब उसे सिखाता है भगवान की कृपा से हमारे साधुओं ने इस आतंकी की करतूतों पर ध्यान दिया और इसे पुलिस के हवाले कर दिया

Source: X
एक अन्य वेरिफाइड यूजर पुनामा राम ने भी इस तस्वीर को शेयर किया और लिखा कि उत्तर प्रदेश के कुंभ मेले में आतंकी अयूब खान गिरफ्तार साधु बनकर आया था और साधुओं में मिल गया था उसने सबसे बड़ा अपराध करने की साजिश रची थी जो उसका मजहब उसे सिखाता है भगवान की कृपा से हमारे साधुओं ने इस आतंकी की करतूतों पर ध्यान दिया और इसे पुलिस के हवाले कर दिया @kajal_jaihind #महाकुंभ2025

Source: X

Source: X
इसके अलावा कई अन्य यूजर ने भी वायरल तस्वीर को इस तरह के मिलते-जुलते दावे के साथ ही शेयर किया है।
फैक्ट चेक:

Source: Amar Ujala
वायरल तस्वीर के साथ किये गए दावे की जांच के लिए DFRAC ने गूगल पर दावे से जुड़े मिलते-जुलते कीवर्ड सर्च किये। इस दौरान हमें एक सप्ताह पुरानी अमर उजाला की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया कि कुंभ में नाम बदलकर यति नरसिंहानंद के कैंप में पहुंचा अयूब मूल रूप से एटा के अलीगंज के मोहल्ला लुहारी दरवाजा का रहने वाला है। अलीगंज थाना पुलिस ने घर पर पहुंचकर परिजन से मंगलवार रात पूरी जानकारी की।
अपर पुलिस अधीक्षक राज कुमार ने बताया कि कुंभ से जानकारी मिलने के बाद अलीगंज में अयूब के घर-परिवार की जांच-पड़ताल कराई गई। उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड या संदिग्ध गतिविधियां नहीं मिली हैं। वह पिता के साथ जयपुर में ही रहता था। वहां की एजेंसियां मामले की गहनता से जांच कर रही हैं। यहां भी हम लोग स्थानीय हालातों पर नजर बनाए हुए हैं।

अमर उजाला की रिपोर्ट से ये तो साबित हो गया कि अयुब आतंकी नहीं है और कुंभ मेले से कोई आतंकी नहीं पकड़ाया है। इसके बाद DFRAC ने वायरल तस्वीर की सच्चाई का पता लगाने के लिए एआई इमेज डिटेक्शन टूल hivemoderation के माध्यम से तस्वीर की पड़ताल की। यहां हमें तस्वीरों के एआई जनरेटेड होने की संभावना 97.2 % प्राप्त हुई।
निष्कर्ष:
अत: DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल तस्वीर और कुंभ मेले से साधू के भेष में आतंकी के पकड़े जाने का दावा फेक है।