सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (ट्विटर) पर एक फ़ोटो वायरल हो रहा है. इस फ़ोटो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ AIMIM प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी और सांसद इम्तियाज़ जलील को सोफ़े पर बैठा देखा जा सकता है. इस फ़ोटो में यह भी देखा जा सकता है कि पीएम मोदी कुछ कह रहे हैं, जिसे ओवैसी और इम्तियाज़ जलील काफ़ी ध्यान से सुन रहे हैं.
क्या है दावा?
सोशल मीडिया यूज़र आयुषी शुक्ला ने इस फ़ोटो को शेयर करते हुए कैप्शन लिखा- “कभी CBI, ED ओवैसी के घर भी भेजो मोदी जी।”
फ़ैक्ट चेक
DFRAC की टीम ने वायरल फ़ोटो का फै़क्ट चेक किया. हमारी जांच में सामने आया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो अलग कार्यक्रम की है, जबकि असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज़ जलील की फ़ोटो किसी अन्य बैठक की है, जिसे एडिटिंग टूल की मदद से दोनों फ़ोटो को जोड़ दिया गया है. हम यहां दोनों तस्वीरों का अलग-अलग फ़ैक्ट चेक प्रदान कर रहे हैं-
पीएम मोदी की वायरल फ़ोटो का फ़ैक्ट चेकः
पीएम मोदी की तस्वीर हमें उनके आधिकारिक X हैंडल पर मिली है. इस फ़ोटो को 9 अक्टूबर 2018 को पोस्ट किया गया था. फ़ोटो के कैप्शन में लिखा था- “कनाडा के विपक्ष के नेता एंड्रयू शीर से मिलकर ख़ुशी हुई. भारत-कनाडा के मज़बूत संबंधों के महत्व पर ज़ोर दिया और भारत में उनके सुखद प्रवास की कामना की.”
ओवैसी और इम्तियाज़ के फ़ोटो का फ़ैक्ट चेकः
हमारी टीम ने ओवैसी की तस्वीर को गूगल लेंस की मदद से सर्च किया. हमें यह तस्वीर शारीक़ नक़्शबंदी नाम के इंस्टाग्राम यूज़र की प्रोफ़ाइल पर मिली. उनके प्रोफ़ाइल के मुताबिक़, शारिक़ नक़्शबंदी AIMIM औरंगाबाद के नगर अध्यक्ष हैं. उन्होंने फ़ोटो के साथ कैप्शन लिखा है- “असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज़ जलील के साथ कुछ हल्के-फुल्के लम्हें.”
यहां हम एक कोलाज दे रहे हैं, जिसमें दोनों फ़ोटो के बीच फ़र्क़ को साफ़ देखा जा सकता है.
निष्कर्ष:
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि नरेंद्र मोदी और असदुद्दीन ओवैसी की तस्वीरों को एडिटिंग टूल की मदद से जोड़कर बनाया गया है. जिससे यह स्पष्ट होता है कि वायरल हो रहा दावा गलत है।