सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो के सबंध में दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक के बैंगलोर शहर का मुस्लिम समुदाय हिंदुओं का बहिष्कार कर रहा है। उन्होने कसम खाई है कि वे अब हिंदुओं से कोई वस्तु नहीं खरीदेंगे।
Source: Twitter
वेरिफाईड ट्विटर अकाउंट टुनिकल से इस वीडियो को पोस्ट कर लिखा गया कि बेंगलुरु मुसलमान हिंदुओं के पूर्ण बहिष्कार की योजना बना रहे हैं। “हमें हिंदू पंपों पर पेट्रोल नहीं लेना चाहिए, हिंदू दुकानों से दवा नहीं खरीदनी चाहिए, या उनके वाहनों में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि आप हिंदुओं का बहिष्कार करेंगे तो अल्लाह हमें जन्नत में जाने की इजाजत देगा।”
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वहीं ओमकारा नामक ट्विटर यूजर ने लिखा – #बेंगलुरु: #मुसलमान #हिंदुओं के पूर्ण #बहिष्कार की योजना बना रहे हैं। “हम #पैगंबर #मुहम्मद और उनके बच्चों की कसम खाते हैं कि हम #मोमिन हिंदू पंपों पर #पेट्रोल नहीं लेंगे, हिंदू दुकानों से #दवा नहीं खरीदेंगे, या उनके वाहनों में सवारी नहीं करेंगे। यदि आप हिंदुओं का बहिष्कार करते हैं, तो #अल्लाह हमें जन्नत देगा।”
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इसके अलावा सुरेन्द्र सिंह राणा नाम के यूजर ने लिखा – बेंगलुरु: मुस्लिम कर रहे हैं हिंदुओं का पूर्ण बहिष्कार! “हमें पैगंबर मुहम्मद और उनके बच्चों की कसम खानी चाहिए कि हम मोमिन हिंदू पंपों पर पेट्रोल नहीं लेंगे, हिंदू दुकानों से दवा नहीं खरीदेंगे, या उनके वाहनों में सवारी नहीं करेंगे। यदि आप हिंदुओं का बहिष्कार करते हैं, तो अल्लाह हमें जन्नत में जाने की इजाजत देगा।”
फैक्ट चेक:
1/1 उक्त वीडियो ग्राम भोजारिया पुलिस थाना बिजराड का 2019 का है। पुलिस थाना रामसर के गागरिया गांव में पेट्रोल पंप के सामने दिनांक 28.6.2019 को एक प्राइवेट बस से एक्सीडेंट होने से एक व्यक्ति की मृत्यु एवं तीन व्यक्ति घायल हो गए थे।
— Barmer Police (@Barmer_Police) March 15, 2023
वायरल वीडियो की जांच के लिए हमने वीडियो को कीफ्रेम में बदला। कीफ्रेम को रिवर्स सकर्ह करने पर हमें ऐसा ही एक वीडियो राजस्थान के बांसवाड़ा पुलिस द्वारा पोस्ट किये गए एक ट्वीट में मिला। ट्वीट में बताया गया कि उक्त वीडियो ग्राम भोजारिया पुलिस थाना बिजराड का 2019 का है। पुलिस थाना रामसर के गागरिया गांव में पेट्रोल पंप के सामने दिनांक 28.6.2019 को एक प्राइवेट बस से एक्सीडेंट होने से एक व्यक्ति की मृत्यु एवं तीन व्यक्ति घायल हो गए थे। इस घटना के विरोध में मृतक के परिजनों द्वारा उनके घर पर जनाजे के दौरान विरोध प्रदर्शन के दौरान मांगे की गई थी गई थी। उसी दौरान मृतक के परिजन द्वारा इस तरह का भाषण भी दिया गया था। तत्समय नियमानुसार कार्यवाही की गई थी।
निष्कर्ष:
अत: DFRAC के फैक्ट चेक से साबित होता है कि वायरल वीडियो भ्रामक है। क्योंकि ये वीडियो बैंगलोर का न होकर राजस्थान के बांसवाड़ा का है।