
कई ट्विटर यूजर्स ने दावा किया है कि अखिलेश यादव उन लोगों में से एक थे जिन्होंने अजमल कसाब को माफ करने के लिए एक दया याचिका पर हस्ताक्षर किए थे। कसाब एक आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हिस्सा था जिसने 26/11 के हमलों में भाग लिया था।
कई यूजर्स और बीजेपी नेताओं ने ट्विटर पर इस दावे को पोस्ट किया।
कसाब की फांसी को रुकवाने के लिए जिन 302 लोगो ने याचिका पर साईन किए थे उनमें से एक ये अखिलेश यादव भी एक थे……
सोचा आप भूल गए होंगे याद दिला देते है
— Janardan Mishra (@janardanspeaks) December 2, 2021
@*कसाब की फांसी को रुकवाने के लिए जिन 302 लोगो ने याचिका पर साईन किए थे उनमें से यादवों का ये कलंक भी शामिल था सोचा आप भूल गए होंगे याद दिला देते है 🤛😡😡😡😡* * pic.twitter.com/rBLAe5IEAD
— Dr Alpna Kulshreshtha (@DrAlpnaKulshre1) November 29, 2021
कसाब की फांसी को रुकवाने के लिए जिन 302 लोगो ने याचिका पर साईन किए थे उनमें से एक ये अखिलेश यादव भी एक थे……।
बस याद दिलाना था🔊
— प्रखर ठाकुर पीएस 🇮🇳 (@imprakharthakur) December 3, 2021
फेक्ट चेक
हालाँकि, समाचार लेखों और याचिकाओं को खोजने के बाद, हमें कुछ भी जानकारी नहीं मिली।
2012 के इंडियन एक्सप्रेस के एक लेख में कहा गया है कि 200 से अधिक लोगों ने उक्त याचिका पर हस्ताक्षर किए थे लेकिन अखिलेश यादव उन 200 लोगों में शामिल नहीं थे।

चूंकि इस दावे का आधार स्थापित नहीं किया जा सका, इसलिए यह दावा फर्जी है।