सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को देखा जा सकता है। इस तस्वीर को शेयर कर, सोशल मीडिया यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि केजरीवाल, नितिन गडकरी से लिखित रूप से माफ़ी मांगने पहुंचे हैं और गडकरी ‘माफ़ीनामा’ पढ़ रहे हैं।
इंजीनियर राजेश सिंह नामक यूज़र ने कैप्शन लिखा, “इस फोटो में केजरीवाल जी के साथ “नितीन गडकरी ” जी है ! अब आप ये ना सोचियेगा कि, केजरीवाल जी दिल्ली के लिए कोई ” सड़क परियोजना ” पर चर्चा करने गए है ! केजरीवाल जी नितीन गडकरी को लिखित में ” माफी ” मांगने गए है, गडकरी जी ” माफ़ीनामा ” पढ़ते हुए !”
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इस ट्वीट को लगभग 2.5 हज़ार से अधिक यूज़र्स ने रि-ट्वीट किया है, जबकि पांच हज़ार से ज़्यादा बार लाइक किया गया है।
वहीं अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी इस तस्वीर को शेयर कर यही दावा किया है।
Tweet Links: prof_phool, janardantiwarij, RPSAmitSingh, BrajeshSharmma, sirsanghi, Pritam_Mishra, VaibhavNarlawar, Bhanu
फ़ैक्ट चेक:
वायरल तस्वीर का फ़ैक्ट-चेक करने के लिए तस्वीर में नज़र आ रहे गेट्टीइमेजेज़ के लोगो के कारण DFRAC टीम ने इस संदर्भ में गेट्टीइमेजेज़ की वेबसाइट पर सर्च किया। हमें यहां ये तस्वीर मिली, जिसके बारे में बताया गया है कि दिल्ली उच्च न्यायालय ये कहने के बाद कि दिल्ली में “अवैध” ई-रिक्शा चलाने पर प्रतिबंध तब तक जारी रहेगा जब तक कि उन्हें मोटर वाहन अधिनियम के दायरे में लाने के लिए कानून में संशोधन नहीं किया जाता है, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली में 16 सितंबर, 2014 को परिवहन भवन में ई-रिक्शा को नियमित करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ एक बैठक की थी।
इकॉनोमिक टाइम्स ने इसे कवर किया है।
वहीं केजरीवाल द्वारा गडकरी से माफ़ी मांगे जाने के बारे में DFRAC टीम ने कुछ की-वर्ड सर्च किया। हमें टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के अनुसार केजरीवाल ने मार्च 2018 में गडकरी से माफ़ी मांगी थी।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सीएम केजरीवाल ने नितिन गडकरी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से लेटर लिखकर माफ़ी मांगी थी।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट-चेक से स्पष्ट है कि वायरल तस्वीर, सीएम केजरीवाल द्वारा केंद्रीय मंत्री गडकरी से लिखित रूप से माफ़ी मांगने की नहीं है, बल्कि ये तस्वीर उस समय की है, जब केजरीवाल ई-रिक्शा को नियमित करने के लिए गडकरी से मुलाक़ात की थी, इसलिए सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा भ्रामक है।