समाज में अपने प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए चरमपंथी विचारधाराओं से जुड़ी संस्थाएं समाज में जहर घोलने की कोशिश करती रहती हैं। सूचना क्रांति के बाद सोशल मीडिया के उद्भव ने उन्हें इस मकसद में और ज्यादा आसानी पैदा कर दी है। इंटरनेट और माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर और फेसबुक ने घृणित और उत्तेजक विचारों के आदान-प्रदान के इस कार्य को आसान बना दिया है। इस एजेंडे के तहत ये संस्थाएं किसी भी घटना में सांप्रदायिकता का तड़का लगाकर उसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं। वह मिसइन्फ़ॉर्मेशन (झूठी खबर) और डिस-इनफ़ार्मेशन (दुष्प्रचार) का प्रयोग करते हैं, और अनुपातहीन और पक्षपातपूर्ण जानकारी शेयर कर रहे हैं।
ट्विटर पर एक यूजर हैं مرصد مسلمي الهند (@India__Muslim)। यह यूजर भारत विरोधी अभियानों को चलाने वाले और उग्रवाद और घृणा को बढ़ावा देने वाले विशाल ऑनलाइन नेटवर्क की एक इकाई है। DFRAC अपनी इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में उस पैटर्न पर रोशनी डालेगा, जिसमें ये अकाउंट भारत के संदर्भ में ग़लत सूचना और नफरत को बढ़ावा देते हैं।
इस यूजर के ट्विटर बायो में अरबी भाषा में लिखे गए शब्दों के मुताबिक यह अकाउंट का दावा करता है कि वो भारत में मुस्लिमों के मुद्दों को अरब और इस्लामिक देशों तक पहुंचाने के लिए यथासंभव प्रयासरत है, जबकि ये अकाउंट लगातार अपनी घृणित और अतिवादी विचारधारा के प्रचार-प्रसार में लगा रहता है।
@India__Muslim ने अप्रैल 2017 को ट्विटर ज्वाइन किया था। इस अकाउंट के ट्वीट अरबी भाषा में हैं। ये मुख्य रूप से अरब ऑडियंस (जनता) को टार्गेट करता है और उनके सामने भारत की छवि को खराब करने की कोशिश करता है। वर्तमान में, इसके 11.5 हजार से अधिक फ़ॉलोअर्स हैं। यह 70 अकाउंट्स को फ़ॉलो करता है, जिनमें काकावाणी, ज़ाकिर नायक और अशोक स्वाइन जैसे नफ़रत फैलाने वाले और फ़ेक न्यूज़ पेडलर्स शामिल हैं।
@India_Muslim अकाउंट के ट्वीट की टाइमलाइन बताती है कि ये 5 अक्टूबर, 2022 से काफी सक्रिय है। इस अकाउंट से एक दिसंबर, 2022 को अधिकतम 15 ट्वीट किए गए थे। तब से, अकाउंट दुष्प्रचार और हेट स्पीच (नफ़रत) फैलाने में बहुत सक्रिय है।
मुस्लिम पीड़ित होने का भ्रम पैदा करना
कई ट्वीट्स में इस अकाउंट ने ये दिखाने की कोशिश की है कि भारत का हिंदू समाज मुसलमानों पर अत्याचार कर रहा है। अपने प्रोपेगैंडा को अंजाम देने के लिए यह अकाउंट बहुत सारी फेक और भ्रामक खबरों को शेयर करता है। उदाहरण के लिए, एक ट्वीट में उसने लिखा, “अमेरिका के फ्रिस्को, टेक्सास में कट्टरपंथी हिंदू प्रकाशराव वेलागापुडी की अध्यक्षता में ग्लोबल हिंदू हेरिटेज फाउंडेशन, भारत में मस्जिदों और चर्चों के व्यवस्थित विध्वंस का समर्थन करने के लिए धन जुटा रहा है।”
DFRAC की पड़ताल में हमने पाया कि कई मीडिया हाउसेज़ ने इस घटना को कवर किया। सबरंग इंडिया के एक लेख के अनुसार, “अमेरिकी हिंदुत्व फ्रिंज ग्रूप भारत में “अवैध चर्चों” के विध्वंस का आह्वान करता है। ये भी ज़िक्र किया गया था कि फ्रिस्को, टेक्सास, संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुत्व समूह ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति में अन्य चीज़ों के बीच “अवैध चर्चों के विध्वंस” के लिए एक फंडराइज़र (पैसा इकठ्ठा करने का प्रोग्राम) का आयोजन किया था।
इसके अलावा, वार्षिक गाला डिनर आमंत्रण में, @India__Muslim के दावे के अनुसार मस्जिदों के विध्वंस का भी कोई उल्लेख नहीं है।
इसी तरह के एक अन्य ट्वीट में @India__Muslim ने एक वीडियो शेयर कर फिर से हिंदुओं के खिलाफ़ नफ़रत फैलाते हुए लिखा: “जब वे सत्ता में चरमपंथी बन जाते हैं। पुलिस के लिए उनके साथ विशेष रूप से मुसलमानों के साथ घटिया व्यवहार करना स्वाभाविक है। भारत एक उदाहरण है।”
हक़ीक़त: यही वीडियो क्लिप टाइम्स नाउ के वेरिफ़ाइड यूट्यूब चैनल पर मिली। ये वीडियो 6 अप्रैल 2020 को शीर्षक, “Coronavirus scare: Crowd attacks Bareilly Police for enforcing a lockdown.” ) कोरोना वायरस का डर: भीड़ ने बरेली पुलिस पर लॉकडाउन लागू करने के कारण हमला किया” के तहत अपलोड किया गया था।)
पुलिस ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने वाले लगभग 20 लोगों से कहा था कि तितर-बितर हो जाएं, लेकिन भीड़ ने सुनने के बजाय पुलिस पर हमला कर दिया, जिसके कारण कई पुलिसकर्मियों को चोटें आईं। वीडियो में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
इसी तरह, इस अकाउंट (@India__Muslim) ने हिंदुत्व और भारत के बारे में बहुत अधिक घृणित सामग्री (हेटफुल कंटेंट) ट्वीट की हैं। उनमें से कुछ को नीचे देखा जा सकता है:
उग्रवाद और सांप्रदायिक नफरत को बढ़ावा देना
इस अकाउंट से कई ऐसे ट्वीट किए गए हैं जो दूसरे धर्मों के प्रति अपमानजनक हैं।
अपने दुर्भावनापूर्ण एजेंडे को बढ़ाने के लिए यह अकाउंट भारत के खिलाफ फ़र्ज़ी और भ्रामक न्यूज़ का सहारा लेता है। उनमें से कुछ, शामिल हैं:
भ्रामक वीडियो का दावा है कि चरमपंथी हिंदू छात्र स्कूल में प्रार्थना रद्द करने और हिंदुत्व का नारा लगाने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
3 नवंबर, 2022 को, @India_Muslim ने इस कैप्शन के साथ एक वीडियो शेयर किया: “भारतीय राज्य मध्य प्रदेश के माध्यमिक विद्यालय में आज चरमपंथी हिंदू छात्र विरोध कर रहे हैं, जहाँ वे स्कूल प्रशासन से प्रार्थना रद्द करने और “भारत माता की जय” का नारा लगाने की माँग कर रहे हैं, जिसका अर्थ है हिंदू भगवान जैसा कि वे दावा करते हैं!”
हक़ीक़त: वीडियो मध्य प्रदेश के ज़िला गुना के एक क्राइस्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हुई घटना का है। @India__Muslim द्वारा प्रस्तुत पूरी घटना बिल्कुल अलग है। राष्ट्रगान के बाद जब एक छात्र ने ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया तो उसके क्लास टीचर ने उसे 4-5 पीरियड के लिए जमीन पर बिठा दिया। फिर, एक छात्र द्वारा कथित तौर पर ‘भारत माता की जय’ बोलने पर दंडित किए जाने के बाद, कुछ माता-पिता और संगठन स्कूल के बाहर विरोध कर रहे थे।
स्कूल प्रशासन की ओर से स्कूल में होने वाली प्रार्थना रद्द करने और भारत माता की जय का नारा लगाने की कोई मांग नहीं की गई थी। इसके अलावा, ‘भारत माता की जय’ भारतीयों द्वारा अपनी मातृभूमि का सम्मान करने के लिए कहा जाता है। इसका अर्थ है, “भारत माता अमर रहे।” ये हिंदू नारा नहीं बल्कि देशभक्ति का नारा है। विस्तृत फैक्ट चेक का लिंक यहां है।
बेबुनियाद दावा है कि भारत सरकार 3000 मस्जिदों को गिराने की योजना बना रही है-
@India__Muslim ने एक वीडियो ट्वीट किया: “भारत सरकार 3000 मस्जिदों को गिराने की योजना बना रही है।”
हक़ीक़त: वीडियो पुराना है। खोरी गांव मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कई अवैध ढांचों को तोड़ा गया था। ये मस्जिद, कई अन्य बिल्डिंग की तरह, अवैध रूप से बनाई गई थी और इसलिए सरकारी अधिकारियों द्वारा इसे ध्वस्त कर दिया गया था। ऐसी कई घटनाएं हुईं जिनमें भारत में अन्य धर्मों के पवित्र स्थानों को भी तोड़ दिया गया, क्योंकि उनका निर्माण अवैध रूप से किया गया था। अवैध निर्माण गिराने की इन घटनाओं को सांप्रदायिक रंग देने से समुदायों के बीच नफरत पैदा हो सकती है। फैक्ट चेक का विवरण, लिंक यहां है।
हिंदू चरमपंथियों द्वारा पवित्र कुरान को जलाने के भ्रामक दावे के साथ वीडियो-
एक वीडियो को शेयर करते हुए @India__Muslim ने कैप्शन दिया: “भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश में, हिंदू चरमपंथियों ने आज फ़िकरी आलम मस्जिद के अंदर मुसलमानों को भड़काने के लिए पवित्र क़ुरान को जलाया।
हक़ीक़त: दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक ताज मोहम्मद नाम के शख्स को मस्जिद में धार्मिक ग्रंथ जलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
इसके अलावा, शाहजहांपुर पुलिस ने इस घटना के बारे में ट्वीट किया कि, “थाना सदर बाजार जिला शाहजहांपुर के थाना क्षेत्र में धार्मिक किताब को नुकसान पहुंचाने वाले आरोपी ताज मोहम्मद पुत्र युसूफ नीर बदुजाई आरोपी से पूछताछ के बाद उसे 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया। आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।”
इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
कॉलेज के छात्रों के डांस को संप्रदायिक रंग देना
एक वीडियो शेयर करते हुए @India__Muslim ने दावा किया, “मैंगलोर, भारत में मुसलमानों का मज़ाक़ उड़ाने और उन्हें भड़काने के लिए सेंट जोसेफ इंजीनियरिंग कॉलेज में हिंदू छात्र स्कार्फ पहन कर हिंदू गीतों पर डांस कर रहे हैं।”
हक़ीक़त: सेंट जोसेफ इंजीनियरिंग कॉलेज, मंगलुरु के ऑफ़िशियल ट्विटर अकाउंट ने ट्वीट कर वीडियो के बारे में स्पष्ट किया कि-“सोशल मीडिया में प्रसारित वीडियो क्लिप में मुस्लिम समुदाय के छात्रों द्वारा डांस का एक हिस्सा कैद किया गया है, जो छात्र संघ के उद्घाटन के अनौपचारिक भाग के दौरान मंच पर आए थे।“
ट्वीट में आगे ज़िक्र किया गया है “यह अनुमोदित कार्यक्रम का हिस्सा नहीं था और इसमें शामिल छात्रों को जांच लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया है। कॉलेज, ऐसी किसी भी गतिविधि का समर्थन या बढ़ावा नहीं देता है जो समुदायों और सभी के बीच सद्भाव को नुक़सान पहुंचा सकती है।”
वायरल वीडियो में बुर्का पहनकर बॉलीवुड गाने पर डांस कर रहे 4 लड़के, मुस्लिम समुदाय के ही हैं. विस्तृत फ़ैक्ट चेक लिंक यहां है।
जिन अकाउंट्स को @India__Muslim द्वारा अधिकतम बार मेंशन या कोट किया गया है, वे उन अकाउंट्स की ओर इशारा करते हैं जो @India__Muslim के नेटवर्क में हैं। @Ashoswai, @Muslim__news, @drassagheer आदि इस नेटवर्क का हिस्सा हैं।
नीचे ग्राफ़ में उन हैशटैग को दिखाया गया है जिन्हें अकाउंट द्वारा अधिकतम बार इस्तेमाल किया गया था। उनमें से कुछ ‘हिजाब बैन’ हैं, जो सबसे ज़्यादा यूज़ किए जाते हैं, कश्मीर फाइल्स, इस्लामोफोबिया आदि भी इस सूची में हैं।
निष्कर्ष
अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए @India__Muslim ने भ्रामक वीडियो, फोटो और फेक न्यूज का इस्तेमाल किया है। इसके द्वारा शेयर किए गए अधिकांश पोस्ट सांप्रदायिक प्रकृति के हैं। ऐसे कई अकाउंट्स हैं, जो सोशल मीडिया पर सक्रिय रूप से ग़लत सूचना और नफरत फैलाते हैं। इन अकाउंट्स का उपयोग भारत के खिलाफ़ इन्फ़ोवार (सूचना युद्ध) में एक हथियार के रूप में किया जाता है। पहले भी DFRAC ने ऐसी संस्थाओं का भंडाफोड़ किया है। DFRAC टीम ऐसे अकाउंट्स और उनके प्रोपेगैंडा को उजागर करती रहेगी।