सोशल मीडिया पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कांग्रेस का झंडा लिए कुछ कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी जिंदाबाद और राहुल गांधी मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बैंगलुरू का है।
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने दावा किया- “राहुल गांधी की #पदयात्रा …. बैंगलोर में नारे लगे: “…नरेंद्र मोदी जिंदाबाद”।
एक अन्य यूजर ने लिखा- “@RahulGandhi जी तुमसे न हो पायेगा.. पैसे देकर भींड चाहे जितनी जमा करलो इनमे से वोट देने वाले कोई नही है.. #भारत_जोड़ो_यात्रा में #कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के मुँह से सुनिये. #नरेन्द्र_मोदी_जिंदाबाद 👍 दीदी आज कांग्रेस की यात्रा में आये हैं,, मोदी जी की रैली में नही..”
वहीं कई अन्य यूजर्स भी इस वीडियो को शेयर करके इसे भारत जोड़ो यात्रा का वीडियो होने का दावा कर रहे हैं।
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे वीडियो का फैक्ट चेक करने के लिए हमने वीडियो को InVid टूल के माध्यम से कई फ्रेम्स में बदला और इसे रिवर्स सर्च किया। यह वीडियो हमें बीजेपी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से 10 सितंबर 2018 को पोस्ट किया गया मिला।
इस वीडियो को कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों के महंगाई और बेरोजगारी के विरोध में हुए देशव्यापी प्रदर्शन का बताया जा रहा है। यह वीडियो हमें इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर 12 सितंबर 2018 को अपलोड किया गया मिला। इस वीडियो को मध्य प्रदेश के मंदसौर का बताया जा रहा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस प्रवक्ता ने साफ किया था कि कांग्रेस की रैली में कुछ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता घुस आए थे और उन्होंने इस प्रकार के नारे लगाए थे।
वहीं कई अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में इस नारेबाजी को मध्य प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सरकार विरोधी नारेबाजी के दौरान जुबान फिसलना बताया गया है।
निष्कर्षः
DFRAC की फैक्ट चेक से स्पष्ट हो रहा है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगाने का वीडियो 3 साल पुराना है। इसका राहुल गांधी की चल रही भारत जोड़ो यात्रा से कोई संबंध नहीं है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा किया जा रहा दावा गलत है।
दावा- कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में लगे राहुल गांधी मूर्दाबाद और नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे
दावाकर्ता- सोशल मीडिया यूजर्स
फैक्ट चेक- फेक