पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नुपूर शर्मा के विवादित बयान के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। मामले की सुनवाई करते हुए अवकाश बेंच के जज जस्टिस सूर्यकांत और जस्टीस जेबी पारदीवाला ने Nupur Sharma को जमकर फटकार लगाई। बेंच ने कहा कि Nupur Sharma ने लोगों की भावनाएं भड़काई हैं और जो कुछ भी हो रहा है, उसकी जिम्मेदार नुपुर ही हैं। बेंच ने ये भी कहा कि Nupur Sharma ने देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है। कोर्ट ने उदयपुर में हत्या के लिए भी नुपुर शर्मा को ही जिम्मेदार ठहरा दिया।
कोर्ट की इन तल्ख टिप्पणियों के बाद सोशल मीडिया पर कोहराम मच गया। यूजर्स अपने-अपने तरीके से इस पर टिप्पणियां करनी शुरु कर दी। कई लोग कोर्ट की टिप्पणियों के समर्थन में पोस्ट कर रहे थे, तो वहीं दक्षिणपंथी समूहों ने सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ ही अभियान चला दिया। इन यूजर्स ने कोर्ट के टिप्पणी के बाद ट्विटर पर ‘#सुप्रीम_कोठा’ और #SupremeCourtIsCompromised हैशटैग चलाया। ऐसा पहली बार हो रहा है जब सुप्रीम कोर्ट और जजों के खिलाफ अपमानजनक शब्दों और अपशब्दों का इस्तेमाल खुले तौर पर सोशल मीडिया पर किया गया। जबकि देखा जाए तो सुप्रीम कोर्ट द्वारा नुपुर शर्मा पर टिप्पणी करने से 2 दिन पहले महाराष्ट्र पर भी फैसला दिया गया था। कोर्ट के इस फैसले पर कई हलकों में नाराजगी जताते हुए आलोचना की गई। लेकिन यहां कोर्ट के खिलाफ अपमानजनक शब्दों और #सुप्रीमकोठा जैसे हैशटैग्स नहीं चलाए गए।
टाइमलाइनः
ट्विटर पर चलाए गए हैशटैग #SupremeCourtIsCompromised और #सुप्रीम_कोठा की टाइमलाइन नीचे दी गई है। यह देखा गया है कि हैशटैग की टाइमलाइन 30 जून से बढ़ी और 1 जुलाई को लगभग 19,000 ट्वीट्स और हैशटैग पर 3156 रिप्लाई के साथ अपने उच्चतम स्तर पर था। इसके बाद आने वाले दिनों में इन हैशटैग्स पर कमी देखी गई।
पहला ट्वीटः
पहला ट्वीट 28 जून को रात लगभग 8:20 बजे @Sarvada_Satya द्वारा किया गया था, जो कपिल मिश्रा (@KapilMishra_IND) के एक ट्वीट का कोट्विट था। @Sarvada_Satyais के 2 वेरीफाइड फॉलोवर्स हैं, जिसमें @OmkumarMla और @gyantiwaribjp हैं, ये दोनों भाजपा से जुड़े होने का दावा करते हैं।
इसके बाद 1 जुलाई को हैशटैग #SupremeKotha की हिंदी में शुरुआत हुई। हिन्दी वाले हैशटैग की शुरुआत @iamManishIND नामक यूजर द्वारा सुबह 11:35 बजे किया गया। इसके बाद प्रशांत उमराव (@ippatel) और ज्ञानेंद्र सिंह (@gyanendramla) ने इस हैशटैग से ट्वीट किया।
अकाउंट मेंशनः
नीचे दिए गए ग्राफ में उन खातों का उल्लेख किया गया है, जिन्हें इन हैशटैग वाले ट्वीट में ज्यादातर टैग किया गया था। सबसे अधिक 600 से ज्यादा बार मेंशन @NupurSharmaBJP को किया गया था। उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी @narendramodi को 540 बार टैग किया गया था। इसके अलावा 400 से ज्यादा बार @KirenRijiju ट्विटर यूजर्स ने टैग किया था।
हैशटैग का इस्तेमाल कियाः
नीचे दिए गए ग्राफ में उन हैशटैग को शामिल किया गया है, जिसको ट्विटर यूजर्स ट्रैंड कर रहे थे। सबसे ज्यादा बार #SupremeCourtIsCompromised हैशटैग का इस्तेमाल किया गया था। इस हैशटैग को 34,000 से अधिक बार सोशल मीडिया यूजर्स ने इस्तेमाल किया था। इस हैशटैग के साथ ट्रैंड कर रहे दूसरे हैशटैग #सुप्रीम_कोठा को 7,800 से अधिक ट्विट किया गया था। इसके अलावा ट्विटर पर #NupurSharma और #BlackDayForIndianJudiciary भी बड़ी संख्या में ट्वीट के साथ ट्रेंड कर रहे थे।
हैशटैग के साथ ज्यादा पोस्ट करने वाले यूजर्सः
इन हैशटैग्स को ट्वीट, को-ट्वीट या फिर रिप्लाई किया है। हैशटैग का इस्तेमाल करके सबसे ज्यादा 130 ट्वीट @rjs32826722 ने किया है। यह अकाउंट यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (@myogiadityanath) को फॉलो करता है, साथ ही यह पाकिस्तान के कराची स्थित BNN न्यूज़ (@BNNPK) को भी फॉलो कर रहा है। इसके बाद @shivmoh10602312 नाम के यूजर ने 118 ट्वीट किए हैं। इस हैंडल को सुरेंद्र नारायण सिंह (@SNsinghmla) और पीयूष तिवारी (@PiyushTiwariNew) द्वारा फॉलो किया जा रहा है, ये दोनों बीजेपी से जुड़े होने का दावा करते हैं। वहीं @orrko_ द्वारा करीब 115 ट्वीट किया गया है।
कुछ बॉट अकाउंट्स भी इन हैशटैग्स को बढ़ाने में शामिल थे। उदाहरण के लिए @orrko_ जो हैशटैग पर सबसे अधिक ट्वीट करने वाले शीर्ष अकाउंट्स में से एक है। इसके ट्विट्स में कॉपी-पेस्ट पैटर्न और ट्वीट्स की आवृत्ति स्पष्ट रूप से बॉट गतिविधि को दर्शाती है। नीचे दिया गया कोलाज कॉपी-पेस्ट पैटर्न के कुछ ट्वीट्स प्रदर्शित करता है।
वर्डक्लाउडः
नीचे वर्डक्लाउड दिया गया है, जहां यह उन शब्दों को दिखाया गया है, जो सबसे अधिक बार उपयोग किए गए थे। इनमें सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर उसकी गरिमा को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई है।
हैशटैग्स के लिए बनाए गए नए अकाउंट्सः
इन हैशटैग्स के साथ ट्वीट और रिप्लाई करने वाले लगभग 21,000 यूजर्स का विश्लेषण करने के बाद, हमें उन अकाउंट्स को बनाए जाने की समय-सीमा पता चली है। 1 जुलाई को जब हैशटैग अपने पीक पर था, ट्विटर पर 108 नए अकाउंट्स बनाए गए, जिन्होंने इन हैशटैग्स के साथ पोस्ट किया था।
नए बनाए गए 108 अकाउंट्स में से कुछ नीचे दिए गए कोलाज में दर्शाए गए हैं।
नीचे दिए गए कोलाज में 1 जुलाई को बनाए गए बॉट अकाउंट्स के कुछ ट्वीट दिए गए हैं।
जयपुर डायलॉग्स (@JaipurDialogues) नामक यूजर द्वारा सुप्रीम कोर्ट पर पोस्ट किया गया कुछ मीम्स यहां दिए जा रहे हैं।
निष्कर्षः
भारत की सर्वोच्च अदालत के खिलाफ के अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर चलाए गए हैशटैग्स का विश्लेषण करने के बाद कई तथ्य सामने आ रहे हैं-
- इस हैशटैग्स को ज्यादा से ज्यादा पोस्ट शेयर करने के लिए 108 नए अकाउंट्स बनाए गए थे।
- सुप्रीम कोर्ट और जजों के खिलाफ कई अपमानजनक मीम्स शेयर किए गए।
- पहले अंग्रेजी भाषा में हैशटैग्स का इस्तेमाल किया गया, जिसे बाद में हिन्दी में किया जाने लगा।
- इस हैशटैग्स में कॉपी-पेस्ट पैटर्न देखा गया।
हमारे इस विश्लेषण से सामने आ रहा है कि Nupur Sharma पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर लामबद्ध तरीके से प्रहार किया गया। सोशल मीडिया यूजर्स ने कोठा जैसे शब्दों का इस्तेमाल करके कोर्ट का अपमान किया और #SupremeCourtIsCompromised हैशटैग का इस्तेमाल करके कोर्ट की निष्पक्षता और न्याय पद्धति पर भी सवाल खड़े किए हैं।
इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट के फैसलों की आलोचना होती रही है। लोगों ने कोर्ट के फैसलों पर असहमति भी जताई है। लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि सार्वजनिक तौर पर सर्वोच्च न्यायालय के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया और संगठित तरीके से सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया गया। लोकतांत्रिक व्यवस्था में आचोलनाएं होती रहती हैं, लेकिन अपशब्दों का इस्तेमाल करना आलोचना का हिस्सा नहीं माना जाता है।
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