सोशल मीडिया साइट्स पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कुछ नौजवान और इंडयन आर्मी नज़र आ रहे हैं। वीडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि इंडियन आर्मी ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज से मना कर दिया है।
दीपक फ़ौजी नामक यूज़र ने कैप्शन,“इंडियन आर्मी के पास लड़कों ने जवानों पर लाठीचार्ज करने से किया मना, काश यह बात हमारे पुलिस वाले भाई भी समझ जाते” के साथ एक वीडियो, फ़ेसबुक स्टोरी पर लगाया है।
इस वीडियो के ऊपर फ़्रेम में लिखा है,“इंडियन आर्मी के 5 ट्रक जवानों ने लाठीचार्ज से मना किया, चाहे नौकरी से निकाल दो।” और नीचे हिंग्लिश में लिखा है,“Police walon se nivedan hai ki vo bhi samarthan karen”
इसी तरह सच्चाई की आवाज नामक यूज़र ने भी फ़ेसबुक पर यही वीडियो कैप्शन,“सभी भाई ID Follow जरूर करें, Big breaking” के साथ पोस्ट किया है।
यूट्यूब चैनल “ABHI$HEK THAKUR” पर भी यही वीडियो कैप्शन, “indian army फौजी भाई युवाओं का हौंसला बढ़ाते हुए।” के साथ अपलोड किया गया है।
फ़ैक्ट चेक:
इंटरनेट पर इस वीडियो के कुछ फ़्रेम को रिवर्स सर्च इमेज करने पर हमने पाया कि ये वीडियो Defence Zone नाम के यूट्यूब चैनल पर कैप्शन,“सेना भर्ती के महाआंदोलन से लाइव Army bharti 2022 | Army Exam Update Today #agnipathschemeprotest” के साथ चार दिन पहले यानी 17 जून को अपलोड किया गया है।
https://www.youtube.com/watch?v=NpQXAbIqWwk
वहीं कुछ और सर्च करने पर हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर इस बाबत एक ख़बर भी मिली, जिसे शीर्षक, “सेना भर्ती नियमों में संशोधन पर हिमाचल में बवाल, सड़कों पर उतरे युवा” के तहत पब्लिश किया गया है।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट चेक से स्पष्ट है कि उपरोक्त वीडियो के माध्यम से इंडियन आर्मी का प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज से इनकार का दावा फ़र्ज़ी और भ्रामक है। ऐसा कहीं भी न्यूज रिपोर्ट नहीं किया गया है।
दावा: इंडियन आर्मी के जवानों ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज से किया इनकार
दावाकर्ता: सोशन मीडिया यूज़र्स
फ़ैक्ट चेक: भ्रामक