नुपुर शर्मा विवाद के संदर्भ में बे तहाशा फ़ोटोज़ और वीडियोज़ जितने मुंह उतने दावे के साथ वायरल हो रहे हैं।
इसी तरह फ़रह़ान क़ुरैशी नामक यूज़र ने कैप्शन,“कानपुर में पुलिस वाले खुद कह रहे हैं, बीजेपी MLA बम लेकर आये हैं। वो अपने किसी सीनियर अफ़सर से कह रहे हैं, मगर फिर भी किसी की गिरफ़्तारी नही हुई है। सिर्फ बेगुनाह मुसलमानों को ही गिरफ़्तार किया जा रहा है।” के साथ एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो में पुलिसकर्मी को फ़ोन पर ये कहते हुए सुना जा सकता है,“ये तो पूरा पत्थर, ईंट लेकर आए हैं। सर इन्होंने मुझे भी थप्पड़ मारा है। ये लोग बम भी लेकर आए थे। भाजपा वाले, विधायक और जिलाध्यक्ष।”
फ़ैक्ट चेक:
इंटरनेट पर इस वीडियो के कुछ फ़्रेम को रिवर्स सर्च इमेज करने के बाद हमने पाया कि यही वीडियो इंडिया न्यूज़ के यूट्यूब चैनल inKhabar पर कैप्शन,“यूपी ब्लॉक प्रमुख चुनाव हिंसा: यूपी के इटावा में हिंसा भड़की, बीजेपी नेताओं ने एसपी सिटी को मारा थप्पड़”(हिन्दी अनुवाद) के साथ 10 जुलाई 2021 को अपलोड किया गया था।
साथ ही वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि “उत्तर प्रदेश में 08 जुलाई को ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए नामांकन के दौरान लखीमपुर खीरी जिले के पसगवां में महिला प्रस्तावक के साथ मारपीट और चीर हरण का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि 10 जुलाई को चुनाव के दिन फिर से जगह-जगह से हिंसा की खबरें हैं। सबसे ज्यादा बवाल इटावा में हुआ, जहां से खबर है कि बीजेपी नेताओं ने एसपी सिटी को थप्पड़ मार दिया।”
वहीं हमें इस हवाले से कुछ मीडिया रिपोर्ट्स भी मिले। इस घटना को NDTV इंडिया, आज तक और अन्य ने कवर किया है।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट चेक से स्पष्ट है कि यूज़र्स द्वारा ये वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है, क्योंकि ये वीडियो जुलाई 202, इटावा का है, ना कि कानपुर का।
दावा: कानपुर में पुलिस ने खुद कहा, ‘बीजेपी MLA बम लेकर आये हैं
दावाकर्ता: सोशल मीडिया यूज़र्स
फ़ैक्ट चेक: भ्रामक
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