ट्विटर पर स्टेसी रुडिन नाम का ट्विटर अकाउंट है, जिसके 20 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। इसका दावा है कि WHO का यह बयान कि “ओमिक्रोन” को पहली बार दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर 2021 को रिपोर्ट किया गया था, यह सही नहीं है। WEF ने दक्षिण अफ्रीका में B.1.1.1.529 को बहुत पहले जुलाई में रिपोर्ट किया था।
यहां पर देखा जा सकता है कि इस ट्वीट को लगभग 4 हजार से ज्यादा रीट्वीट, 645 कोट रिट्वीट् और 7 हजार से ज्यादा लाइक्स मिले हैं।
फैक्ट चेक:
ट्वीट थ्रेड का विश्लेषण करने सामने आया कि WEF ने दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के “ओमिक्रोन” स्ट्रेन की सूचना दी है। देखा जा सकता है कि इसके साथ वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की रिपोर्ट जुड़ी हुई है।
उस रिपोर्ट को ओपेन करने पर यह पता चलता है कि इस रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि “यह लेख मूल रूप से 12 जुलाई 2021 को प्रकाशित हुआ था। इसे 26 नवंबर को नए स्ट्रेन, B.1.1.1.529 के बारे में जानकारी शामिल करने के लिए अपडेट किया गया था। जो बताता है कि B.1.1.1.529 स्ट्रेन 26 नवंबर 2021 को पुराने लेख में जोड़ा गया था, जो 12 जुलाई 2021 को प्रकाशित हुआ था।
आगे यह स्पष्ट करने के लिए कि 12 जुलाई 2021 को प्रकाशित लेख में कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन यानी बी.1.1.1.529 के बारे में जानकारी मौजूद नहीं थी। हमें उस रिपोर्ट के नए स्ट्रेन के बारे में जानकारी नहीं मिली, जो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि यह लेख 12 जुलाई 2021 का है और इस लेख में नए कोरोनावायरस के स्ट्रेन B.1.1.1.529 के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
इसलिए स्टेसी रुडिन द्वारा कोविड के नए स्ट्रेन ‘ओमिक्रोन’ के बारे में ट्विटर पर पोस्ट की गई जानकारी फेक और भ्रामक है।