सोशल मीडिया पर आम लोगों को सावधान करने के उद्देश्य से बनाकर भी कई वीडियो शेयर किये जाते है। लेकिन अब उन वीडियो से ही यूजर को गुमराह किया जा रहा है। ऐसा ही एक वीडियो हमारी टीम को हाथ लगा। जो ठगों से आम जनता को जागरूक करने के लिए बनाया गया था। लेकिन अब इस वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
इस वीडियो में एक शख्स गहने साफ करने वाला होता है। तो वहीँ दुसरा व्यक्ति एक मांगने वाला फ़क़ीर। पहला शख्स एक महिला के घर जाता है और महिला को उसके गहनों को सफाई के लिए राजी करता है। जिस पर महिला उस शख्स को सफाई के लिए अपने आभूषण सौंप दे देती है। वह व्यक्ति महिला के सामने ही आभूषण की सफाई करने लग जाता है। इसी बीच महिला किसी कारण घर के अंदर चली जाती है।
इसी दौरान वह व्यक्ति किसी को कॉल करता है तो कुछ देर में एक टोपी वाले व्यक्ति कोई एंट्री होती है। जिसके एक हाथ में कटोरा होता है। जिसमें लोबान जलने का अंदेशा होता है। हालाँकि इस धुंए से दोनों पति-पत्नी बेहोश हो जाते है और गहनों की सफाई वाला व्यक्ति उन गहनों को लेकर गायब हो जाता है।
इस वीडियो को फेसबुक पर एक यूजर ने इस दावे के साथ शेयर किया कि “आपकी गली में ऐसे टोपी वाले फ़क़ीर घूमते है तो उसकी गली में घुसने न दे।” वहीँ एक यूट्यूब यूजर ने भी इसे शेयर किया और लिखा, “मुस्लिम ढोंगी बाबा ने हिंदू समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जो कैमरे में कैद हो गया।”
फेक्ट चेक
जब हमारी टीम ने इस वीडियो को देखा तो पाया कि इस वीडियो को सबसे पहले ‘रॉक ऑन मीडिया’ नाम के एक फेसबुक पेज से शेयर किया गया था। वीडियो के कैप्शन में भी स्पष्ट किया गया था कि इस पेज पर स्क्रिप्टेड ड्रामा और पैरोडी हैं। ये लघु फिल्में केवल मनोरंजन और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए बनाई गई हैं! अपने ऑनलाइन दोस्तों के साथ सावधान रहें।
इसके अलावा वीडियो के अंत में भी अस्वीकरण (Disclaimer) देते हुए कहा गया कि यह वीडियो लोगों को शिक्षित करने और मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया। वीडियो से जुडी कहानी रोजमर्रा में होने वाली घटनाओं से ली गई है। उल्लेखनीय है कि आम जीवन में इस तरह की लूटपाट एक आम घटना है। ऐसे में सभी को सचेत रहने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
जागरूकता के उद्देश्य से बनाये गए इस वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किया जा रहा है। अत: यह वीडियो भ्रामक है।