6 अक्टूबर 2021 को, एक महिला की एक ग्राफिक छवि के साथ एक शादी के कार्ड की तस्वीर फेसबुक और ट्विटर पर वायरल होना शुरू हुई। इनमें कई पोस्ट ऐसी थीं जिसमें पोज देती हुई एक लड़की की तस्वीर भी शामिल थी। यूजर्स ने दावा किया कि इस लड़की का नाम ‘प्रेरणा व्यास’ था और उसे ‘लव जिहाद’ के तहत लालच देकर मार दिया गया था। बहुत सारे लोगों ने दावा किया कि उसकी मौत ‘लव जिहाद का अंतिम चरण’ थी।
इस दावे को @Apki_Lekhika नाम के एक हैंडल ने भी पोस्ट किया, यह शख्स सुदर्शन न्यूज़ का पत्रकार होने का दावा करता है। हालांकि उसकी पोस्ट को हटा दिया गया है लेकिन हमारे पास इसका एक आर्काइव है।
फैक्ट चेक:
ट्विटर पर इसी तरह के पोस्ट देखने पर हमने पाया कि यह दावा कम से कम सितंबर 2020 से प्रचलन में है।
हमने पोस्ट में इस्तेमाल की गई हर तस्वीर को अलग-अलग रिवर्स सर्च किया, जिसकी शुरुआत जमीन पर महिला की तस्वीर से होती है। हमें इस मुद्दे पर डीएनए इंडिया द्वारा प्रकाशित की गई एक रिपोर्ट मिली, लेकिन यह 12 सितंबर, 2018 की थी। लेख में शव की उसी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है। लेख के अनुसार, पश्चिम बंगाल में दूसरे धर्म के लड़के के साथ भाग जाने पर एक व्यक्ति ने अपनी ही बेटी की हत्या कर दी।
चूंकि हमने यह स्थापित कर लिया है कि छवि पुरानी है, इसके बाद हमने कैमरे के सामने पोज देती लड़की की छवि की पड़ताल की, गूगल पर तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमने पाया कि यह तस्वीर वास्तव में सुमाया नाम की एक तमिल अभिनेत्री की है। हमें ठीक वैसी ही तस्वीर एक मूवी वेबसाइट पर मिली।
हमारी पड़ताल में सामने आया कि लड़की का नाम निश्चित रूप से “प्रेरणा व्यास” नहीं है। तीसरा, हमने शादी के कार्ड की फोटो को रिवर्स सर्च किया लेकिन कुछ खास नहीं निकला। हालांकि शादी का कार्ड 2019 का है जो बंगाल में महिला की हत्या के बाद वायरल हुआ था।
चूंकि हमारे पास बहुत सारे तथ्य हैं जो इस दावे को खारिज करते हैं, इसलिये हम इस दावे को खारिज करते हुए इस नतीजे पर पहुंचे कि यह दावा सरासर गलत है, झूठा है, फर्जी है, भ्रामक है, और समाज में अलगाव पैदा करने वाला है।