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फैक्ट चेकः कश्मीर में पकड़े गए आतंकी ने कहा RSS देता है हथियार-पैसा? नहीं, यह दावा गलत है

Fact Check hi Featured Misleading

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां पर हिन्दू पर्यटकों को धर्म पूछकर गोली मारी गई थी। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक इंफोग्राफिक शेयर किया जा रहा है, जिसमें बीएसएफ के दो जवानों की गिरफ्त में एक आतंकी को देखा जा सकता है। इसके साथ दावा किया जा रहा है कि पकड़े गए आतंकी ने कुबुल किया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा हिन्दुओं को मारने के लिए हथियार और पैसा दिया जाता है, जिससे हिन्दू और मुस्लिम के बीच नफरत पैदा की जा सके।

इस इंफोग्राफिक के फोटो पर टैक्स्ट लिखा है, ‘पकड़े गए जिंदा कश्मीरी आतंकी ने पूछताछ के दौरान कहा कि आरएसएस हमें हथियार और पैसा मुहैया कराती है और हिन्दुओं को मारने के लिए कहती है, ताकि हिन्दुओ के दिमाग में मुसलमानों के लिए नफरत भरी जा सके।’ इस इंफोग्राफिक को एक्स पर एक यूजर ने शेयर किया है।

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वहीं इस इंफोग्राफिक को फेसबुक पर भी शेयर किया गया है।

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फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने वायरल फोटो को रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें इस फोटो के संदर्भ में कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। न्यूज वेबसाइट DNA की 23 सितंबर 2016 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक बीएसएफ जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया और बताया कि वह पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) आतंकी संगठन का कार्यकर्ता है। पकड़े गए व्यक्ति ने अपनी पहचान 32 वर्षीय अब्दुल कयूम के रूप में बताई, जो पाकिस्तान के सियालकोट जिले के पुल बाजुआन गांव का निवासी है।

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वहीं हमें इंडियन एक्सप्रेस, जेके न्यूज टुडे और प्रोकेरला की सितंबर 2016 की प्रकाशित खबर भी मिलीं, जिसमें यही बताया गया है कि बीएसएफ ने सीमा से लश्कर के जुड़े आतंकी अब्दुल कयूम को गिरफ्तार किया है। किसी भी मीडिया रिपोर्ट्स में यह उल्लेखित नहीं है कि पकड़े गए आतंकी अब्दुल कयूम ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा आतंकी घटनाओं के लिए हथियार और पैसा मुहैया कराए जाने के संबंध में बयान दिया है।

निष्कर्षः

सोशल मीडिया पर यह दावा गलत है कि कश्मीर में पकड़े गए आतंकी ने कुबुल किया है कि हिन्दू और मुस्लिम के बीच नफरत फैलाने के लिए आरएसएस द्वारा आतंकी घटनाओं के लिए हथियार और पैसा मुहैया कराया जाता है। वायरल तस्वीर सितंबर 2016 में बीएसएफ द्वारा पकड़े गए लश्कर के आतंकी अब्दुल कयूम की है।