सोशल मीडिया पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी की फोटो वायरल हो रही है। इस फोटो में तिवारी के सिर और गर्दन पर पट्टी बांधे और अस्पताल के बिस्तर पर लेटे हुए दिख रहे हैं।
कई लोग दावा कर रहे हैं कि मनोज तिवारी को दिल्ली के नागरिकों ने सार्वजनिक रूप से पीटा और इस वजह से उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस तस्वीर का इस्तेमाल यूजर्स तिवारी का मजाक उड़ाने के लिए कर रहे हैं। साथ ही मनोज तिवारी के भोजपुरी गाने ‘रिंकिया के पापा’ के टाइटल ट्रैक का इस्तेमाल करते हुए तिवारी का मजाक उड़ा रहे हैं।
फैक्ट चेकः
सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा किए गए दावों की हमने जांच-पड़ताल की। जिसमें सामने आया है कि मनोज तिवारी दिल्ली में सार्वजनिक तौर पर छठ पूजा मनाए जाने पर रोक लगाए जाने के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल थे। यह प्रदर्शन दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल के घर के बाहर आयोजित किया गया था।
प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के लिए कड़ाई कर दी गई थी। इस दौरान कई जगह पर बैरिकेड्स लगाए गए थे। प्रदर्शन के दौरान बैरिकेड्स से मनोज तिवारी फिसलकर गए थे। इसलिए उन्हें चोट लगी थी। जिसके बाद उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मनोज तिवारी ने खुद अस्पताल से मैसेज रिकॉर्ड कर बताया कि उनकी हालत स्थिर है।
इसलिए यह दावा फेक है कि दिल्लीवासियों ने मनोज तिवारी की पिटाई की है।