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फैक्ट चेक: क्या इस्कॉन मंदिर ने यूक्रेन के लोगों के लिए खोला दरवाजा?

रूस और यूक्रेन के बीच तनाव दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। जो बिडेन अब स्टेट ऑफ यूनियन संबोधन में आगे आए हैं और कहा है कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि पुतिन कीमत चुकाएंगे। रूसी सेना ने यूक्रेन के भीड़-भाड़ वाले शहरी इलाकों में अपने हमले तेज कर दिए हैं।

इस बीच कई फेक खबरें इस पूरे मामले में अपनी जगह बना रही हैं। एक बार फिर सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि इस्कॉन मंदिर ने यूक्रेन के आम लोगों के लिए दरवाजे खोल दिए हैं।

इसके अलावा, यह कहा गया कि यूक्रेन के 54 इस्कॉन मंदिर लोगों की सेवा के लिए तैयार हैं।

इस तस्वीर को राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है।

साथ ही News18 और ZEE Media (DNA) जैसे बड़े मीडिया हाउस ने इस तस्वीर को शेयर किया है।

फैक्ट चेक:

रिवर्स इमेज सर्च से हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीरें 2015 की हैं जिसे वेबसाइट पर शेयर किया गया था और तस्वीर का इस्तेमाल लेख में किया गया था।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक और छवि चेचन्या में किए गए राहत कार्य की है, चेचन्या रूस का एक घटक गणराज्य है जो पूर्वी यूरोप में उत्तरी काकेशस में स्थित है| ये इस्कॉन की आधिकारिक वेबसाइट पर भी साझा किया गया है।हमने इस वायरल खबर को मीडिया से भी क्रॉस-चेक किया, जिसमें दावा किया गया है कि इस्कॉन मंदिर मानवीय सहायता प्रदान कर रहे हैं।

हमारे पढताल  के माध्यम से, हमें डेक्कन हेराल्ड में जानकारी का एक टुकड़ा मिला जिसमें कहा गया है कि हालांकि, इस्कॉन मंदिर मानवीय सहायता के लिए खुला है, लेकिन इसमें इस्तेमाल की गई तस्वीर वर्तमान घटना की नहीं है।

निष्कर्ष:

यह तो स्पष्ट है कि यूक्रेन के लोगों के लिए इस्कॉन मंदिर खुले हैं, लेकिन इस खबर के साथ वायरल हो रही तस्वीर भ्रामक है।

Claim Review: इस्कॉन मंदिर यूक्रेनी लोगों के लिए द्वार खोलता है

Claimed by: ZEE News, News18

Fact check: भ्रामक।

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