यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस के साथ शांति वार्ता करने का फैसला किया। दूसरी ओर, पुतिन ने...
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हाल ही में अपनी पिछली रिपोर्ट में हमने बताया कि कैसे यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की सेना...
यूक्रेन और रूस के बीच स्थिति हर मिनट गर्म होती जा रही है। पूरी दुनिया में लोग...
यूक्रेन पर रूसी आक्रमण चल रहा है। यूक्रेनी सशस्त्र बल रूसी सैनिकों का बड़ी ही बहदुरी से...
14 जून 2020 को सभी भारतीय न्यूज़ चैनलों की ब्रेकिंग न्यूज़ अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत...
सोशल मीडिया पर एक वीडियो बड़े पैमाने पर वायरल हो रहा है। वीडियो के सबंध में दावा...
सोशल मीडिया पर एक घायल लड़की की तस्वीर बड़े पैमाने पर वायरल हो रही है। तस्वीर को...
रूस ने अस्वीकृति और आक्रामकता दिखाई जब संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने उल्लेख किया कि रूसी...
सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव का एक छोटा सा क्लिप वायरल हो रहा है. क्लिप में समाजवादी...
सोशल मीडिया का शाब्दिक अर्थ एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होता है| जहां यह कई लोगों के लिए वरदान है, वही दूसरों के लिए अभिशाप बन सकता है। जैसा कि लोग कहते हैं कि सोशल मीडिया बेजुबानों को आवाज देता है , यह कुछ हद तक सच है| लेकिन यह हमारे समाज के विरोधी तत्वों को भी आवाज देता है। इन असामाजिक तत्वों के मन में ऐसी रूढ़िवादी विचारधारा हैं कि इसके नीचे या ऊपर कुछ भी उनके लिए काम नहीं करता है। वे सभी अलग-अलग समुदायों और लोगों के बीच नफरत फैलाने में व्यस्त हैं। सोशल मीडिया के जरिए यह अब बहुत आसान हो गया है। यह हमारे राष्ट्र के लिए बड़े ही दुख की बात है | जो युवा देश के लिए एक बड़ी संपत्ति हो सकते हैं, वे वास्तव में एक बोझ बनते जा रहे हैं। अगर देखा जाए तो जिस सदी मे हम रेह है जो की 21वी सदी है, ऐसी रूढ़िवादी मानसिकता के बारे में सोचना एक सकारात्मक स्थान में रहने वाले व्यक्ति के लिए मुश्किल है| लेकिन, यह मौजूद है और इसे तब तक मिटा नहीं सकता जब तक कि वे स्वयं उस पर निर्णय नहीं लेते। हुमे बहुत हैरानी हुई जब हमने इंस्टाग्राम पर समाज के विभिन्न वर्गों में नफरत फैलाने वाले बहुत सारे खातों को देखा, जैसे कि एक तरफ ऐसे खाते थे जो महिलाओं को नीचा दिखा रहे हैं, वहीं कुछ अन्य हैं जो बहुजन समाज/दलितों को नीचा दिखाते हैं। महिलाओं के खिलाफ...