Mohan Bhagwat

फैक्ट चेकः क्या मोहन भागवत ने कहा, ‘ब्राह्मणों की बेटी दलितों से ब्याहने पर मिटेगा जातिवाद’? नहीं यह दावा भ्रामक है

सोशल मीडिया पर एबीपी न्यूज का एक इंफोग्राफिक वायरल हो रहा है। इस इंफोग्राफिक में मोहन भागवत के हवाले से टेक्स्ट लिखा है, ‘ब्राह्मणों की बेटी दलितों के घर ब्याहने से मिटेगा जातिवाद’ इस इंफोग्राफिक को शेयर करते हुए आवेश तिवारी नामक यूजर ने लिखा, ‘ब्राह्मणों की बेटी दलित के घर ब्याहने को कह रहे […]

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सोनिया-राहुल ने दलित होने के कारण मलिकार्जुन खड़गे के हाथ से नहीं लिया पानी? पढ़ें, फ़ैक्ट-चेक

सोशल मीडिया साइट्स पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे हाल ही में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पानी का गिलास हाथ में लेकर पहले संयुक्त प्रगतिशील गठबन्धन (UPA) चेयरपर्सन सोनिया गांधी और फिर राहुल गांधी से पानी के लिए पूछते हैं, मगर दोनों […]

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क्या सवर्ण युवक ने किडनैप कर दलित लड़की से ज़बरदस्ती की शादी? जानें वायरल वीडियो की सच्चाई

सोशल मीडिया यूज़र्स इस दावे के साथ एक वीडियो शेयर कर रहे हैं कि-जैसलमेर के सांखला गांव में उच्च जाति के पुष्पेंद्र सिंह ने 15-20 लोगों के साथ एक दलित लड़की का अपहरण किया और फिर अग्नि को साक्षी मानकर जबरदस्ती फेरे ले लिए। कविता यादव नामक एक्स यूज़र ने वीडियो पोस्ट कर लिखा, “उच्च […]

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फ़ैक्ट चेकः दलित अत्याचार पर साउथ एशियन ह्यूमन राइट्स वॉच ने फैलाया फे़क न्यूज़

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख़्स को जूते में करके कुछ पिलाया जा रहा है। साउथ एशियन ह्यूमन राइट्स वाच अकाउंट द्वारा वीडियो को पोस्ट कर लिखा गया कि- भारत में दलित समुदाय की दुर्दशा चिंता का कारण बनी हुई है, क्योंकि […]

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फैक्ट चेकः स्कूली बच्चे के डांस का वीडियो दलित छात्र इंद्र मेघवाल का नहीं है

सोशल मीडिया पर एक स्कूली बच्चे के डांस का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो राजस्थान के जालौर के 8 वर्षीय दलित छात्र इंद्र कुमार मेघवाल का है। इंद्र कुमार मेघवाल की मौत शिक्षक द्वारा पिटाई किए जाने के कुछ दिनों बाद हो गई थी। इस […]

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दिल्ली पुलिस ने डीयू के दलित प्रोफ़ेसर रतन लाल का अपमान किया? पढ़ें- फ़ैक्ट-चेक

सोशल मीडिया साइट्स पर वायरल हो रहे एक वीडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर रतन लाल (Ratan Lal) को ज्ञानवापी मस्जिद के संदर्भ में आपत्ति जनक टिप्पणी करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने बहुत बेआबरु करके गिरफ़्तार किया है।  एक यूज़र ने फ़ेसबुक पर कैप्शन, “शिवलिंग […]

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 क्या दलित नफरत के केंद्र में बदल रहा है इंस्टाग्राम?

सोशल मीडिया का शाब्दिक अर्थ एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होता है| जहां यह कई लोगों के लिए वरदान है, वही दूसरों के लिए अभिशाप बन सकता है। जैसा कि लोग कहते हैं कि सोशल मीडिया बेजुबानों को आवाज देता है , यह कुछ हद तक सच है| लेकिन यह हमारे समाज के विरोधी तत्वों को भी आवाज देता है। इन असामाजिक तत्वों के मन में ऐसी रूढ़िवादी विचारधारा हैं कि इसके नीचे या ऊपर कुछ भी उनके लिए काम नहीं करता है। वे सभी अलग-अलग समुदायों और लोगों के बीच नफरत फैलाने में व्यस्त हैं। सोशल मीडिया के जरिए यह अब बहुत आसान हो गया है। यह हमारे राष्ट्र के लिए बड़े ही दुख की बात है | जो युवा देश के लिए एक बड़ी संपत्ति हो सकते हैं, वे वास्तव में एक बोझ बनते जा रहे हैं। अगर देखा जाए तो जिस सदी मे हम रेह है जो की 21वी सदी है, ऐसी रूढ़िवादी मानसिकता के बारे में सोचना एक सकारात्मक स्थान में रहने वाले व्यक्ति के लिए मुश्किल है| लेकिन, यह मौजूद है और इसे तब तक मिटा नहीं सकता जब तक कि वे स्वयं उस पर निर्णय नहीं लेते। हुमे बहुत हैरानी हुई जब हमने इंस्टाग्राम पर समाज के विभिन्न वर्गों में नफरत फैलाने वाले बहुत सारे खातों को देखा, जैसे कि एक तरफ ऐसे खाते थे जो महिलाओं को नीचा दिखा रहे हैं, वहीं कुछ अन्य हैं जो बहुजन समाज/दलितों को नीचा दिखाते हैं। महिलाओं के खिलाफ नफरत इस तरह के खातों के यूजर्स के लिए जिनके हिसाब से महिलाओं को शिष्ट, शुद्ध, पतिव्रत, अच्छी तरह से तैयार होना चाहिए, संक्षेप में, सुंदरता के निर्धारित मानकों को पूरा करना चाहिए| उनके लिए “फेमिनिस्ट” शब्द हाराम है। हमने कई पोस्ट और मीम्स देखे हैं जहां इंस्टाग्राम पर महिलाओं का मजाक उड़ाया जाता है।   दलितों के खिलाफ नफरत नफरत फैलाने का स्तर महिलाओं तक ही सीमित नहीं है बल्कि दलितों को भी अपने घेरे में ले चुका है। यह बात जगजाहिर है  कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का हमारे संबविधा को तैयार करने मे एक महततावपूर्ण योगदान है| किन्तु उनको भी  सोशल मीडिया साइट्स पर ट्रोल किया जा रहा है । ये सभी प्रयास समाज के विभिन्न वर्गों में नफरत की अधिकतम मात्रा को खींचने के लिए हैं। लोग भीमराव के खिलाफ अपना आंदोलन दिखाते हैं क्योंकि वह वही थे जिन्होंने एससी / एसटी ( अनुसूचित जाति / जनजाति) आदि के लिए आरक्षण की वकालत की थी। इंस्टाग्राम पर तरह-तरह के अकाउंट बनाए जाते हैं जिससे पता चलता है कि लोगों के मन में कितनी नफरत है। भीमराव अंबेडकर ने एक नव बौद्ध आंदोलन शुरू किया था जिसके तहत उन्होंने 1956 में नवयान नामक बौद्धों के लिए नए स्कूल बनाए| बाद मे  लगभग आधा मिलियन दलित उनके साथ जुड़ गए और खुद को नवायान बौडिस्ट में परिवर्तित कर लिया| इस आंदोलन पर भी इंस्टाग्राम पर बहुत सारे मीम्स शेयर किए जाते हैं क्योंकि इस आंदोलन ने हिंदू धर्म को खारिज कर दिया| और न केवल भारत की जाति व्यवस्था को चुनौती दी बल्कि दलितों के अधिकारों को बढ़ावा दिया। मूलनिवासी शब्द दलितों को नीचा दिखाने के लिए कई मीम्स के रूप में भी फैलाया जा रहा है| कुछ खाते दलितों पर ब्राह्मण वर्चस्व दिखा रहे हैं और समाज में वैमनस्य पैदा कर रहे हैं। निष्कर्ष ऐसी तस्वीरों और मीम्स का मुख्य उद्देश्य नकारात्मकता फैलाना और सब समाज के विभिन्न वर्गों के बीच एक दीवार बनाती है। इसलिए समाज के राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा निर्धारित एजेंडे को पूरा करना। हमारा सुझाव है कि ऐसे मुद्दों और इंस्टाग्राम पर उपयोगकर्ताओं की जांच करें ताकि ऐसी सभी अपमानजनक गतिविधियों को रोका जा सके | और एसे कदम उठाए जाए जिससे […]

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DFRAC विश्लेषणः ‘दलितों’ के खिलाफ भारत का ‘अन-सोशल मीडिया’

सोशल मीडिया देश के वंचित समुदायों, दूर दराज के इलाक़ों में रहने वाले लोगों और ग़रीब तबकों के लिए एक कारगर औज़ार की तरह है, जिससे वह अत्याचारों और प्रताड़नाओं के ख़िलाफ़ अपने इंसाफ़ की लड़ाई को पुरजोर तरीक़े से लड़ रहे हैं। ग्रामीण अंचलों में पहले होने वाली घटनाएं पहले अख़बारों के क्षेत्रीय पन्नों […]

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फैक्ट चेकः क्या बीजेपी ने दलित सीएम का किया है विरोध?

पंजाब के नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। वह राज्य के पहले दलित सीएम बने हैं। वहीं चन्नी को लेकर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं। बीजेपी के चन्नी पर सवाल उठाए जाने को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के ट्वीटर हैंडल से एक पोस्ट किया गया है। जिसमें […]

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फैक्ट चेकः ऊना दलित कांड की तस्वीर को भारत के मुस्लिमों की बताकर बांग्लादेश में वायरल

दावा: मोहम्मद बेलाल नाम के एक बांग्लादेशी फेसबुक अकाउंट ने एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें लिखा था, “এই হলো ভারতীয় মুসলমান ভাইদের অবস্থা, আল্লাহ আপনি তাদের হেফাজত করুন আমিন,” जब अंग्रेजी में अनुवाद किया, “यह भारतीय मुस्लिम भाइयों की स्थिति है, अल्लाह उनकी रक्षा करे, अमीन” बांग्लादेशी युवक के फेसबुक पोस्ट को 63 लाइक और […]

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