फैक्ट चेक: क्या यूपी लोकसभा चुनाव में बीजेपी बांट रही है कैश?

यूपी चुनाव के आखिरी चरण में एक नया वीडियो सामने आया है जो NEWS18 का दिखाया गया था. उस वीडियो में लोग बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) पर चुनाव के बीच 500 रुपये बांटने का आरोप लगा रहे हैं. इन सभी लोगों की उंगली पर स्याही लगी थी और उन्हें वोट नहीं देने का निर्देश दिया […]

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फैक्ट चेक: क्या पुतिन ने कहा, “रूस कतर में फीफा वर्ल्ड कप खेलेगा या वर्ल्ड कप ही नहीं होगा।”

फीफा और यूईएफए ने रूसियों को सभी प्रकार के अंतरराष्ट्रीय क्लब या राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिताओं से निष्कासित करने का फैसला किया है। इस बीच, रूसी फुटबॉल संघ (आरएफयू) ने कुछ दिनों के बाद इस तरह की मंजूरी के लिए कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन टू स्पोर्ट में अपील करने का फैसला किया। इससे मामले से जुड़ी एक […]

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फैक्ट चेक: वायरल हो रही एक तस्वीर में सलमान खान और सोनाक्षी सिन्हा को शादीशुदा बताया जा रहा है।क्या है पुरा सच?

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सलमान खान की शादी भारत में हमेशा से चर्चा में रही है। यह चर्चा तब और बढ़ गई जब हाल ही में सोशल मीडिया साइटों पर सोनाक्षी सिन्हा (बॉलीवुड अभिनेत्री) और सलमान खान को दिखाते हुए एक तस्वीर साझा की गई, जिसमें सलमान सफेद शेरवानी पहने हुए दिखाई दे रहे हैं […]

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फैक्ट चेक: क्या पुतिन ने यूक्रेन पर बातचीत के दौरान अफ्रीका के खिलाफ युद्ध की घोषणा की?

फेसबुक की कई प्रोफाइल से एक टिक-टॉक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में दिखाया गया है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने अफ्रीका के खिलाफ युद्ध की घोषणा की है। वीडियो के उपशीर्षक (Subtitles) के जरिये दावा किया गया हैं कि पुतिन लोगों को युद्ध में हस्तक्षेप न करने की चेतावनी दे रहे हैं और हमारे लोगों को […]

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फैक्ट चेक: क्या यूक्रेनियन टिक-टोक पर वीडियो अपलोड कर सिखा रहे हैं कि छोड़े गए और पकड़े गए वाहनों को कैसे चलाना है?

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को 9 दिन हो चुके है। यूक्रेन की सीमाओं और विभिन्न हिस्सों पर भारी लड़ाई और गोलाबारी जारी है। रूस ने यूक्रेन पर पूर्ण आक्रमण की घोषणा की है जिसके परिणामस्वरूप 24 फरवरी तक 1 मिलियन से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं। इस बीच स्थिति की वास्तविक तस्वीर न दिखाकर […]

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फैक्ट चेक: क्या पॉल मेकार्टनी भीड़ से यूक्रेन का झंडा फहराकर यूक्रेन का समर्थन करने के लिए कह रहे हैं?

रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच दुनिया भर के लोग सोशल मीडिया साइट्स पर किसी न किसी तरह से अपनी राय पेश कर रहे हैं। कुछ यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ रूस का समर्थन कर रहे हैं। इन सबके बीच सोशल मीडिया साइट्स पर कई फेक खबरें चल रही हैं जो लोगों […]

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फैक्ट चेक: क्या इस्कॉन मंदिर ने यूक्रेन के लोगों के लिए खोला दरवाजा?

रूस और यूक्रेन के बीच तनाव दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। जो बिडेन अब स्टेट ऑफ यूनियन संबोधन में आगे आए हैं और कहा है कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि पुतिन कीमत चुकाएंगे। रूसी सेना ने यूक्रेन के भीड़-भाड़ वाले शहरी इलाकों में अपने हमले तेज कर दिए हैं। इस बीच कई फेक […]

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 क्या दलित नफरत के केंद्र में बदल रहा है इंस्टाग्राम?

सोशल मीडिया का शाब्दिक अर्थ एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होता है| जहां यह कई लोगों के लिए वरदान है, वही दूसरों के लिए अभिशाप बन सकता है। जैसा कि लोग कहते हैं कि सोशल मीडिया बेजुबानों को आवाज देता है , यह कुछ हद तक सच है| लेकिन यह हमारे समाज के विरोधी तत्वों को भी आवाज देता है। इन असामाजिक तत्वों के मन में ऐसी रूढ़िवादी विचारधारा हैं कि इसके नीचे या ऊपर कुछ भी उनके लिए काम नहीं करता है। वे सभी अलग-अलग समुदायों और लोगों के बीच नफरत फैलाने में व्यस्त हैं। सोशल मीडिया के जरिए यह अब बहुत आसान हो गया है। यह हमारे राष्ट्र के लिए बड़े ही दुख की बात है | जो युवा देश के लिए एक बड़ी संपत्ति हो सकते हैं, वे वास्तव में एक बोझ बनते जा रहे हैं। अगर देखा जाए तो जिस सदी मे हम रेह है जो की 21वी सदी है, ऐसी रूढ़िवादी मानसिकता के बारे में सोचना एक सकारात्मक स्थान में रहने वाले व्यक्ति के लिए मुश्किल है| लेकिन, यह मौजूद है और इसे तब तक मिटा नहीं सकता जब तक कि वे स्वयं उस पर निर्णय नहीं लेते। हुमे बहुत हैरानी हुई जब हमने इंस्टाग्राम पर समाज के विभिन्न वर्गों में नफरत फैलाने वाले बहुत सारे खातों को देखा, जैसे कि एक तरफ ऐसे खाते थे जो महिलाओं को नीचा दिखा रहे हैं, वहीं कुछ अन्य हैं जो बहुजन समाज/दलितों को नीचा दिखाते हैं। महिलाओं के खिलाफ नफरत इस तरह के खातों के यूजर्स के लिए जिनके हिसाब से महिलाओं को शिष्ट, शुद्ध, पतिव्रत, अच्छी तरह से तैयार होना चाहिए, संक्षेप में, सुंदरता के निर्धारित मानकों को पूरा करना चाहिए| उनके लिए “फेमिनिस्ट” शब्द हाराम है। हमने कई पोस्ट और मीम्स देखे हैं जहां इंस्टाग्राम पर महिलाओं का मजाक उड़ाया जाता है।   दलितों के खिलाफ नफरत नफरत फैलाने का स्तर महिलाओं तक ही सीमित नहीं है बल्कि दलितों को भी अपने घेरे में ले चुका है। यह बात जगजाहिर है  कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का हमारे संबविधा को तैयार करने मे एक महततावपूर्ण योगदान है| किन्तु उनको भी  सोशल मीडिया साइट्स पर ट्रोल किया जा रहा है । ये सभी प्रयास समाज के विभिन्न वर्गों में नफरत की अधिकतम मात्रा को खींचने के लिए हैं। लोग भीमराव के खिलाफ अपना आंदोलन दिखाते हैं क्योंकि वह वही थे जिन्होंने एससी / एसटी ( अनुसूचित जाति / जनजाति) आदि के लिए आरक्षण की वकालत की थी। इंस्टाग्राम पर तरह-तरह के अकाउंट बनाए जाते हैं जिससे पता चलता है कि लोगों के मन में कितनी नफरत है। भीमराव अंबेडकर ने एक नव बौद्ध आंदोलन शुरू किया था जिसके तहत उन्होंने 1956 में नवयान नामक बौद्धों के लिए नए स्कूल बनाए| बाद मे  लगभग आधा मिलियन दलित उनके साथ जुड़ गए और खुद को नवायान बौडिस्ट में परिवर्तित कर लिया| इस आंदोलन पर भी इंस्टाग्राम पर बहुत सारे मीम्स शेयर किए जाते हैं क्योंकि इस आंदोलन ने हिंदू धर्म को खारिज कर दिया| और न केवल भारत की जाति व्यवस्था को चुनौती दी बल्कि दलितों के अधिकारों को बढ़ावा दिया। मूलनिवासी शब्द दलितों को नीचा दिखाने के लिए कई मीम्स के रूप में भी फैलाया जा रहा है| कुछ खाते दलितों पर ब्राह्मण वर्चस्व दिखा रहे हैं और समाज में वैमनस्य पैदा कर रहे हैं। निष्कर्ष ऐसी तस्वीरों और मीम्स का मुख्य उद्देश्य नकारात्मकता फैलाना और सब समाज के विभिन्न वर्गों के बीच एक दीवार बनाती है। इसलिए समाज के राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा निर्धारित एजेंडे को पूरा करना। हमारा सुझाव है कि ऐसे मुद्दों और इंस्टाग्राम पर उपयोगकर्ताओं की जांच करें ताकि ऐसी सभी अपमानजनक गतिविधियों को रोका जा सके | और एसे कदम उठाए जाए जिससे […]

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#HijabRow – सांप्रदायिकता की एक पंक्ति

कर्नाटक के एक कॉलेज से शुरू हुआ हिजाब विवाद न केवल पूरे देश में फ़ेल गया। बल्कि इस विवाद ने लोगों को दो भागों में विभाजित कर दिया। जहां एक तरफ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ लोग इसके खिलाफ भी हैं। 8 दिन का लंबा समय गुजर जाने के बाद भी […]

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फैक्ट चेक: उत्तराखंड चुनाव पर ज़ी न्यूज़ का ओपिनियन पोल सही है या नहीं?

ज़ी न्यूज़ ने हाल ही में अपना डिज़ाइन बॉक्स ओपिनियन पोल शुरू किया है जिसमें यह जानने के लिए कि इस बार उत्तराखंड के लोगों का मूड किसके पक्ष में है, ज़ी मीडिया ने डिज़ाइन बॉक्स के साथ मिलकर गढ़वाल और कुमाऊँ के दो डिवीजनों में एक प्री-पोल ओपिनियन किया है। इस डिज़ाइन-बॉक्स की तस्वीर पूरे […]

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