सोशल मीडिया यूज़र्स ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित मरकज़ मस्जिद के पास हुए विस्फोट की ज़िम्मेदारी खालिस्तान ज़िंदाबाद फ़ोर्स (KZF) ने ली है।

फैक्ट चेकः
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह घटना पटाखों के अवैध भंडारण से जुड़ी थी। आगे की जाँच में, पुलिस के सोशल मीडिया हैंडल पर एक ब्रीफिंग वीडियो मिला, जिसमें इस घटना पर आधिकारिक बयान दिया गया था। इसमें बताया गया है कि विस्फोट का कारण अवैध पटाखों का भंडारण था और इस विस्फोट से किसी आतंकवादी गतिविधि या एजेंडे का कोई संबंध नहीं है, जिससे यह एक स्थानीय मामला है। इस हादसे में लगभग 8 लोग घायल हुए, जिनमें से 4 को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया, और अन्य चार को अतिरिक्त चिकित्सा के लिए लखनऊ ले जाया गया, जिनमें से 2 गंभीर रूप से घायल हैं और अभी भी अस्पताल में हैं।
कानपुर पुलिस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर निम्नलिखित बयान दिया: “घटना की प्रारंभिक जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि यह मामला अवैध पटाखों के भंडारण से संबंधित है। जिस दुकान के सामने विस्फोट हुआ, उसके समीप से भी पर्याप्त मात्रा में पटाखे बरामद किए गए हैं। साथ ही लगभग 25 मीटर की दूरी पर एक गोदाम मिला है, जिसमें अत्यधिक मात्रा में विस्फोटक पदार्थ पाए गए हैं, जो पटाखों के निर्माण में प्रयुक्त होते हैं। सोशल मीडिया पर प्रसारित इस घटना को मस्जिद के पास हुई तथा “खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स” जैसी गतिविधियों से जोड़ने वाले सभी दावे पूर्णतः असत्य और भ्रामक हैं। यह एक स्थानीय स्तर की दुर्घटना है, जो अवैध रूप से पटाखे रखने एवं भंडारण से उत्पन्न हुई है।”
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि वायरल दावा गलत है। पुलिस ने विस्फोट में खालिस्तान ज़िंदाबाद फ़ोर्स (KZF) की किसी भी संलिप्तता से इनकार किया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह घटना पटाखों के अवैध भंडारण के कारण हुई।

