फैक्ट चेक: 7 महीने पुराना वीडियो शेयर कर चीन का गाज़ा की मदद करने का भ्रामक दावा किया गया

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इजराइल ने एक बार फिर से गाज़ा में हवाई हमले शुरू कर दिये है। इन हमलों में 140 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में बच्चे, बूढ़े और महिलाएं भी शामिल है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमे एक विमान को आसमान से ऐड बॉक्स गिराते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो गाज़ा का है और चीन का विमान गाज़ा में ऐड बॉक्स गिरा रहा है।

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सोशल साईट X पर वेरिफाइड यूजर सैम सुभान ने वीडियो को शेयर कर लिखा कि लगता है अल्लाह ने अरब मुल्कों से यह सिफ़ाहत ही छीन ली है कि वो अपनो की मदद करे, इस लिए अल्लाह ने गेरो को आगे बढ़ा दिया हे। शुक्रिया चीन #gaza

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इसके अलावा कई अन्य यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर कर ऐसा ही दावा किया है।

फैक्ट चेक:

वायरल वीडियो के साथ किये गए दावे की जांच के लिए DFRAC ने सबसे पहले वीडियो को InVID टूल की मदद से कीफ्रेम में बदला। इसके बाद वीडियो  की कीफ्रेम को रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें ऐसा ही एक वीडियो टर्किश न्यूज़ वेबसाइट Videonuz’da पर मिला। जहां वीडियो के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि ये वीडियो सात महीने पुराना है। दक्षिणी गाजा पट्टी के खान यूनिस शहर में मानवीय सहायता पैकेज हवा से गिराए गए। क्षेत्र में सहायता पैकेज प्राप्त करने के लिए फिलिस्तीनियों की भीड़ उमड़ पड़ी।

आगे की जांच में हमें वीडियो से सबंधित न्यूज़ एजेंसी अनादोलु और CNN की रिपोर्ट भी मिली। रिपोर्ट में बताया गया कि प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा अनादोलु एजेंसी को दी गई जानकारी के अनुसार, विमानों से उतारे गए कुछ मानवीय सहायता बक्सों के पैराशूट नहीं खुले और सहायता के उतरने का इंतजार कर रहे फिलिस्तीनियों पर गिर गए। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि गाजा में जरूरतमंद लोग हवा से गिराई गई सहायता के उतरने का इंतजार कर रहे थे और पैराशूट नहीं खुलने के कारण तेजी से गिर रहे बक्सों की चपेट में आने से मौतें और चोटें आईं। लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई कि हवाई जहाज से गिराए गए पैकेजों के पीछे कौन सा देश था।

निष्कर्ष:

DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो के साथ किया गया चीन के विमान से गाज़ा में ऐड बॉक्स गिराने का दावा भ्रामक है। क्योंकि इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई कि विमान से गिराए गए पैकेजों के पीछे कौन सा देश था।