

Source: brs.inc
इस सबंध में एक वेबसाइट brs.inc पर आवेदन मांगे गए है। वेबसाइट का दावा है कि ये भारत सरकार दवारा अनुमोदित हैं। साथ ही भारत रत्न सम्मान एक प्रतिष्ठित संस्था है। जिसका उद्देश्य उन महान हस्तियों को सम्मानित करना है। जिन्होंने भारत में समाज और विभिन्न क्षेत्रों में बहुत योगदान दिया है। इतना ही नहीं वेबसाइट आवेदन के साथ नामांकित शुल्क भी मांगती है।
फैक्ट चेक:

Source: BBC
वेबसाइट पर किये गए दावे की सत्यता की जांच के लिए DFRAC ने भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न, पद्म विभूषण और पद्म भूषण से जुड़ी प्रक्रिया की जांच की। इस दौरान हमें बीबीसी की एक रिपोर्ट मिली। जिसमे बताया गया कि भारत रत्न प्राप्त करने वालों की आधिकारिक घोषणा भारत के राजपत्र में अधिसूचना जारी कर की जाती है। यह सम्मान हर साल 26 जनवरी को दिया जाता है। भारत रत्न सम्मान के लिए चुने जाने की प्रक्रिया पद्म पुरस्कारों से अलग होती है। इसमें भारत के प्रधानमंत्री भारत रत्न के लिए किसी व्यक्ति के नाम की सिफ़ारिश राष्ट्रपति को करते हैं। भारत रत्न के लिए किसी औपचारिक सिफ़ारिश की ज़रूरत नहीं होती। कोई भी व्यक्ति जाति, पेशा, पद या लिंग के आधार पर अंतर किए बिना इस पुरस्कार के लिए योग्य माना जा सकता है। एक साल में सिर्फ़ तीन भारत रत्न ही दिए जाते हैं। साथ ही ये भी ज़रूरी नहीं कि हर साल भारत रत्न सम्मान दिया ही जाए।

वहीं पद्म पुरस्कारों के लिए हर साल एक मई से 15 सितंबर के बीच नामांकन मंगाए जाते हैं। सभी नामांकन पद्म पुरस्कार समिति के सामने प्रस्तुत किए जाते हैं। इस समिति का गठन हर साल प्रधानमंत्री करते हैं। समिति की सिफ़ारिशें प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के पास मंज़ूरी के लिए भेजी जाती हैं। राज्य और केंद्र सरकार के मंत्रालयों, विभाग, मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, संसद सदस्य, भारत रत्न और पद्म विभूषण पुरस्कार प्राप्तकर्ता, उत्कृष्ट संस्थान, गैर-सरकारी व्यक्ति, निकाय आदि पद्म पुरस्कारों के लिए नामों की सिफ़ारिश कर सकते हैं। एक वर्ष में दिए जाने वाले पुरस्कारों की कुल संख्या (मरणोपरांत पुरस्कार और विदेशियों को दिए जाने वाले पुरस्कारों को छोड़कर) 120 से अधिक नहीं होनी चाहिए।

इसके अलावा हमने भारत रत्न के सबंध में गृह मंत्रालय द्वारा जारी सूचना से और पद्म पुरस्कार के लिए पद्म पुरुस्कार की आधिकारिक वेबसाईट से भी प्रक्रिया की पुष्टि की।
निष्कर्ष:
अत: DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि brs.inc एक फेक वेबसाइट है। जो भारत रत्न और पद्म पुरुस्कार देने का झूठा दावा करती है।