
क्या जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी(JNU) का नाम बदलकर डॉ. बी.आर. अंबेडकर यूनिवर्सिटी किया गया?
Yanika_Lit नामक एक यूजर ने एक पोस्ट शेयर कर लिखा, “बिग ब्रेकिंग, BJP ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का नाम बदलकर डॉ. बी.आर. अंबेडकर विश्वविद्यालय कर दिया।”

इसके अलावा अन्य यूजर्स ने भी ऐसा ही दावा किया है जिसे यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC टीम ने पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड सर्च किये। हमें जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी का नाम बदलने संबंधी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। हालांकि हमें navbharattimes की 8 फरवरी 2021 की एक रिपोर्ट मिली जिसमें बताया गया है कि साल 2020 में BJP के नेता सीटी रवि ने प्रस्ताव रखा था कि जेएनयू का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) के नाम पर रखा जाए। उन्होंने नवंबर 2020 में ट्वीट कर कहा था कि ‘वो स्वामी विवेकानंद थे जो भारत की विचारधारा के लिए खड़े हुए। उनके दर्शन और मूल्य भारत की ताकत दर्शाते हैं। इसलिए जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी का नाम स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखना ही सही होगा। भारत के इस देशप्रेमी महात्मा के जीवन से आने वाली पीढ़ी प्रेरित होगी।’
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि 08 फरवरी 2021 को लोकसभा में JNU का नाम बदलने संबंधी सवाल पूछा गया कि ‘क्या सरकार के पास JNU का नाम बदलने का कोई प्रस्ताव है? इसके जवाब में उस समय के केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि नहीं, JNU का नाम बदलने को लेकर सरकार के पास कोई प्रस्ताव नहीं है।’

इसके अलावा हमने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर विजिट किया हमें यहां JNU का नाम बदलने संबंधी कोई जानकारी नहीं मिली। साथ ही हमने
वर्तमान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के एक्स अकाउंट पर भी विजिट किया हमें यहां भी JNU का नाम बदलने संबंधी कोई जानकारी नहीं मिली।

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी (JNU) का नाम बदलने संबंधी वायरल दावा गलत है। JNU का नाम नहीं बदला गया है।