सोशल मीडिया पर उत्तराखंड के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता हरीश रावत का एक वीडियो वायरल है, जिसमें देखा जा सकता है कि हरीश रावत सिर पर टोपी लगाये हुए दुआ मांग रहे हैं। यूजर्स उनका यह वीडियो शेयर कर दावा कर रहे हैं कि हरीश रावत ने इस्लाम धर्म अपना लिया है।
एक यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा, “समस्त देशवासियों को सुचित किया जाता है कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जो उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं श्री हरिश रावत जो हिन्दू धर्म से हैं आज से उन्होंने इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया है। आप लोगों को यकीन नहीं हो रहा होगा इसलिए आप लोगों को साक्षात्कार रूप से देखा रहे हैं, सत्ता पाने के लिए राजनीतिक पार्टियों के नेता गिरगिट की तरह धर्म भी बदल लेते हैं, हों सकता है कुछ लोग ऐसे नेताओं की चमचागिरी करते रहते हैं सिर्फ अपने फायदे के लिए। देखिए हरीश रावत जी ने इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया है।”
फैक्ट चेक
DFRAC टीम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड सर्च किये। हमें etvbharat की 28 नवंबर 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें हरीश रावत का वायरल वीडियो से संबंधित फोटो लगा है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत साबिर पाक दरबार, पिरान कलियर पहुंचे। उन्होंने दरगाह साबिर पाक में चादर और फूल पेश कर आने वाले 2022 विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से कांग्रेस पार्टी की जीत और प्रदेश की खुशहाली के लिए दुआ मांगी।
इसके अलावा हमें कांग्रेस नेता हरीश रावत का साबिर पाक दरबार में चादरपोशी करने का वीडियो News18 Uttarakhand के फेसबुक पेज पर भी 28 नवंबर 2021 को पोस्ट मिला। यहां वीडियो के बारे में लिखा गया है, “पूर्व CM हरीश रावत ने पिरान कलियर में साबिर पाक की दरगाह में चादर पोशी कर अमन-चैन की दुआ मांगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भारी मतों से जीतेगी।”
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि कांग्रेस नेता हरीश रावत ने इस्लाम धर्म नहीं अपनाया है। वायरल वीडियो नवंबर 2021 का है, जब साबिर पाक दरबार पीरान कलियर में हरीश रावत चादरपोशी करने पहुंचे थे। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।