सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया है। जिसमें देखा जा सकता है कि एक मंदिर क्षतिग्रस्त है। सोशल मीडिया यूजर्स इस घटना को सांप्रदायिक रंग देकर शेयर कर रहे हैं।
हम लोग We The People नामक यूजर ने लिखा, “आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के मोलाकालचेरुवु में कुछ उपद्रवियों ने हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ की। तेलंगाना में इज़लामवादी जिहादी और आंध्रप्रदेश में धर्मांतरण माफिया यह कारनामे कर रहा है और शांति को नष्ट कर रहा है।”
वहीं इस वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ कई अन्य यूजर्स द्वारा भी शेयर किया गया है। जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच की। हमें इस घटना के बारे में दैनिक जागरण, एपी-7 और तेलंगाना टुडे की रिपोर्ट्स मिलीं। इन मीडिया रिपोर्ट्स में पुलिस के हवाले से बताया गया है कि आंध्र प्रदेश के अन्नामाय्या जिले में अभय अंजनेया स्वामी मंदिर को एक पुजारी ने क्षतिग्रस्त कर दिया। मंदिर की आय के बंटवारे को लेकर पुजारी के साथ विवाद हुआ था। इसी जिले के एक अन्य मंदिर के पुजारी हरिनाथ यादव ने पांच अन्य लोगों के साथ मिलकर अभय अंजनेया स्वामी मंदिर में तोड़फोड़ की। जिससे मंदिर एक तरफ झुक गया था और इसकी दीवारें और मुख्य द्वार क्षतिग्रस्त हो गए थे।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट में बताया गया है कि हनुमान मंदिर की नींव तक हिला देने वाले इस आरोपी पुजारी हरिनाथ यादव ने मंदिर के बेसमेंट में विस्फोटक भी लगा रखे थे। हालांकि, इनमें से वह विस्फोट करने में नाकाम रहा। इस घटना में मंदिर जमीन से अलग होकर एक तरफ झुक गया है। मंदिर के मुख्य द्वार के साथ ही इसमें रखी देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी क्षति पहुंचाई गई है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि आंध्र प्रदेश में अंजनेय स्वामी मंदिर में तोड़-फोड़ की घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं है। पुलिस ने इस मामले एक अन्य मंदिर के पुजारी हरिनाथ यादव को गिरफ्तार किया है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।