मध्य प्रदेश की गुना संसदीय सीट से बीजेपी के सांसद और मोदी केबिनेट में केंद्रीय संचार एंव पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इस वीडियो में ज्योतिरादित्य सिंधिया दक्षिणपंथी हिंदू संगठन बजरंग दल पर प्रहार करते नजर आ रहे हैं।
वीडियो में सिंधिया कहते हैं, “बजरंग दल जो राष्ट्रभक्ति के भाषण देता है, उसी बजरंग दल का सदस्य इस पूरे खुफिया तंत्र का मास्टरमाइंड निकला, और इसका सही मतलब है जो मुंह में राम कहते हैं और बगल में छुरी रखते हैं… तीसरा शख्स है बलराम सिंह, बजरंग दल संस्था का यह सदस्य है, और यह इस पूरी जासूसी नटवर्क का पूरी तरह से मास्टरमाइंड है, जम्मू कश्मीर में आतंकियों को भी राशि इस शख्स के द्वारा दी जाती है और ISI के द्वारा स्थापित बैंक अकाउंट से विदेशी मुद्रा भी इसी शख्श को दिया जाता था…।” यूजर्स इस वीडियो को हालिया बताते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया का बीजेपी से मोहभंग होने का दावा कर रहे हैं।
एक यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा, “लगता है सिंधिया जी का बीजेपी में दिन भर गया है।”
इसके अलावा अन्य यूजर ने भी वीडियो शेयर कर ऐसा ही दावा किया है। जिसे यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेक
DFRAC टीम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड सर्च किये। हमें वायरल वीडियो से संबंधित कंप्लीट वीडियो Indian National Congress के यूट्यूब चैनल पर 17 फरवरी 2017 को अपलोड मिला। 18 मिनट के इस वीडियो के टाइटल में लिखा है, “कांग्रेस मुख्यालय में ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया द्वारा AICC प्रेस वार्ता”। कांग्रेस नेता द्वारा यह प्रेस वार्ता आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे पर आयोजित की गई थी। इस वीडियो में ज्योतिरादित्य सिंधिया 6 मिनट 22 सेकेंड से 7 मिनट 22 सेकेंड तक जासूसी के आरोपी बलराम सिंह का जिक्र करते हैं। जबकि वीडियो के 8 मिनट 39 सेकेंड पर उन्होने बजरंग दल का जिक्र किया है।
इसके अलावा हमें अमर उजाला की 18 फरवरी 2017 की एक रिपोर्ट भी मिली, जिसमें बताया गया है कि कांग्रेस सांसद एवं प्रवक्ता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हर व्यक्ति से जुड़ी आंतरिक सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक है। और केंद्र सरकार आंतरिक सुरक्षा में विफल रही है। सिंधिया ने कहा कि पिछले दिनों मध्यप्रदेश में एटीएस ने आईएसआई नेटवर्क का खुलासा किया है। एटीएस ने 11 लोगों को जासूसी के आरोप में अत्याधुनिक तकनीक से लैस दूरसंचार उपकरणों के साथ पकड़ा है। ये सेना और देश से जुड़ी अन्य सूचनाएं, मूवमेंट, फोटो आदि पाकिस्तान खुफिया एजेंसी को मुहैया कराते थे। जो लोग पकड़े गए हैं उनका संबंध भाजपा, बजरंग दल और विहिप से है। तथा इन 11 में से तीन शख्स सीधे तौर पर भाजपा से जुड़े हैं।
इसके अलावा हमें हिंदुस्तान समाचारपत्र की वेबसाइट पर 11 मार्च 2020 की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया है कि आज 11 मार्च को ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो गये। जबकि एक दिन पहले ही 10 मार्च को उन्होने कांग्रेस को अलविदा कहा था।
निष्कर्ष
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि यूजर्स द्वारा साल 2017 का ज्योतिरादित्य सिंधिया का वीडियो शेयर कर भ्रामक दावा किया गया है। यह वीडियो उस समय का है जब ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में थे। और केन्द्र की मोदी सरकार को आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे पर घेरने के लिए उन्होने AICC हेडक्वार्टर में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की थी।