सोशल मीडिया पर बेंगलुरु के महालक्ष्मी हत्याकांड को लेकर एक दावा वायरल हो रहा है। यूजर्स इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी के तौर पर अशरफ नाम के व्यक्ति को बता रहे हैं।
@epanchjanya नामक एक यूजर ने लिखा, “अशरफ ने किए महालक्ष्मी के 30 टुकड़े। बेंगलुरु हत्याकांड की खौफनाक सच्चाई आई सामने। पति से महालक्ष्मी का चलता था झगड़ा, जिसका फायदा मोहम्मद अशरफ ने उठाया। बेंगलुरु के एक फ्लैट में 29 वर्षीय महालक्ष्मी की जघन्य हत्या ने हिलाकर रख दिया है। महालक्ष्मी का शव 30 टुकड़ों में पाया गया, जो मानवता को झकझोर देने वाला अपराध है। महालक्ष्मी पिछले कुछ महीनों से अपने पति हेमंत दास से अलग रह रही थी और अशरफ नामक युवक के साथ रिलेशनशिप में थीं। अशरफ उत्तराखंड का निवासी है और बेंगलुरु के नेलामंगला इलाके में एक नाई की दुकान में काम करता था। महालक्ष्मी के पति हेमंत दास ने बताया कि बताया कि उन्होंने महालक्ष्मी को आखिरी बार एक महीने पहले देखा था, जब वह उनकी बेटी से मिलने दुकान पर आई थीं।”
इसके अलावा अन्य यूजर्स ने भी ऐसा ही दावा किया है, जिसे यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेक
DFRAC टीम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड सर्च किये। हमें इससे संबंधित कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। ‘आज तक’ की 26 सितंबर 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से बताया गया है कि महालक्ष्मी मर्डर केस के मुख्य आरोपी मुक्तिरंजन रॉय (31) ने ओडिशा के भद्रक जिले के धुसुरी में आत्महत्या कर ली है। उसकी लाश पेड़ से लटकी मिली है। पुलिस का कहना है कि मुक्तिरंजन ने सुसाइड नोट भी लिखा है। जिसमें उसने अपराध कुबूल किया है।
इसी रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि मुक्तिरंजन ने अपने छोटे भाई से महालक्ष्मी की हत्या की बात कुबूली थी। महालक्ष्मी और मुक्तिरंजन एक ही मॉल में काम करते थे। पुलिस ने इस निर्मम हत्या के सिलसिले में महालक्ष्मी के पति हेमंत दास और अशरफ से भी पूछताछ की थी। महिला कुछ समय से पति से अलग रह रही थी।
इसके अलावा abp न्यूज की 25 सितंबर 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट में भी बताया गया है कि आरोपी ने अपने भाई से हत्या की बात कुबूली थी। जबकि इसी रिपोर्ट में पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि हेयर ड्रेसर अशरफ का महालक्ष्मी के मर्डर से कोई संबंध नहीं है।
इसके अलावा दैनिक भास्कर की 26 सितंबर 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि बेंगलुरू महालक्ष्मी हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुक्ति रंजन रॉय ने ओडिशा के भद्रक जिले के गांव में पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली। 20 सितंबर को बेंगलुरु के व्यालिकावल इलाके में बसप्पा गार्डन के पास बने तीन मंजिला मकान में 29 साल की महालक्ष्मी की लाश मिली थी। उसके शव के 59 टुकड़े कर फ्रिज में रखे गए थे।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि यूजर्स द्वारा इस हत्याकांड में आरोपी को लेकर भ्रामक दावा किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुक्ति रंजन रॉय ने ओडिशा में आत्महत्या कर ली है, मुक्ति रंजन ने सुसाइड नोट में महालक्ष्मी के मर्डर की बात कुबूली है। इसके अलावा ये भी उल्लेखित किया गया है कि मुक्ति रंजन ने अपने भाई को भी महालक्ष्मी की हत्या करने के बारे में बताया था।