सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान का एक वीडियो जमकर शेयर किया गया है। इस वीडियो में देवेंद्र सिंह चौहान को यह कहते सुना जा सकता है, “पहली बार बतौर पुलिस अफसर मैंने ऐसे चीफ मिनिस्टर को देखा है, जो हमारी डे टू डे वर्किंग में कभी इंटरफेयर नहीं करते हैं। किसको पकड़ना है, किसको बंद करना है।”
इस वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि पूर्व सीएम अखिलेश यादव पुलिस अधिकारियों को मेडल पहना रहे हैं और उस पर टैक्स्ट लिखा है, “आसान नहीं है अखिलेश यादव होना।” इस वीडियो को पोस्ट करने वाले यूजर्स लिख रहे हैं कि अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के बेहतरीन मुख्यमंत्री रहे हैं।
वहीं इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स ने भी शेयर किया है। जिसे यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो को की-फ्रेम्स में कन्वर्ट कर रिवर्स इमेज सर्च किया। यह वीडियो हमें ‘News18 UP Uttarakhand’ के यूट्यूब चैनल पर 26 मार्च 2023 को मिला, जिसमें DGP चौहान के साथ योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर चर्चा की गई थी
इस वीडियो के 15 मिनट 55 सेकेंड पर डीएस चौहान से एंकर सवाल पूछती है कि कोई बेंचमार्क छोड़कर जा रहे हैं? जिस पर डीएस चौहान ने जवाब दिया, “मैं बस इतना कहूंगा कि हमारे जो लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं परम आदरणीय योगी आदित्यनाथ जी, मैं उनका अपने तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने मुझे और मेरी टीम को एक ऐसा अवसर दिया, जिसमें हम जनता की सेवा कर सकें।”
इसी कड़ी में डीएस चौहान आगे कहते हैं, “मैं आपको इतना बताना चाहता हूं कि पहली बार बतौर पुलिस अफसर मैंने ऐसे चीफ मिनिस्टर को देखा है, जो हमारी डे टू डे वर्किंग में कभी इंटरफेयर नहीं करते हैं। किसको पकड़ना है, किसको बंद करना है, किसको कहां तैनात करना है, उसमें उनका कोई इंटरफेयरेंस नहीं होता है।”
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि पूर्व डीजीपी डीएस चौहान ने अखिलेश यादव की तारीफ नहीं की है। यह वीडियो वर्ष 2023 का है और उन्होंने बतौर डीजीपी एक इंटरव्यू में सीएम योगी आदित्यनाथ की पुलिस अधिकारियों के साथ सामंजस्य और कम हस्तक्षेप की बात करते हुए तारीफ की थी। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है।