नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से INDIA गठबंधन के तहत कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार कन्हैया कुमार का एक वीडियो वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में कन्हैया कुमार को यह कहते सुना जा सकता है कि- ‘हमारा इतिहास यहां से जुड़ा हुआ है। हम सारे के सारे लोग अरब से चल करके यहां नहीं आए हैं। हम यहीं पर पले-बढ़ें हैं। और उस धर्म (इस्लाम) की जो ख़ासियत थी और जो पुराने धर्म थे, जिसमें छुआछूत था। उसकी वजह से लोगों ने छोड़कर इस धर्म को अपनाया है। क्योंकि यह पीस (शांति) की बात करता है, बराबरी की बात करता है। मस्जिद में ऊंच नींच नहीं होता है। उस आधार पर हमने इस धर्म को अपनाया है। उसको छोड़कर नहीं जाएंगे। हम खुद को भी बचाएंगे। और अपने क़ौम को बचाते हुए इस देश को भी बचाएंगे। ये हमारी बुनियादी ज़िम्मेदारी है। अल्लाह के पास बहुत ताक़त है। अल्लाह तआ़ला हमारी रक्षा करे।’
वीडियो शेयर करने वाले यूज़र्स लिख रहे हैं कि- ‘ये कन्हैया तो अब्दुल निकला भाई, मै मुसलमान बन चुका हूं। सबको मुसलमान बन जाना चाहिए। अल्लाह से ताकतवर कोई नहीं। इस्लाम में छुआछूत नही है।शब्दों में कन्हैया कुमार को क्या कहेंगे आप।’
फ़ैक्ट-चेक:
DFRAC टीम ने वायरल वीडियो की जांच की। टीम को यह वीडियो यूट्यूब चैनल ‘One Channel’ द्वारा 27 अगस्त 2018 को अपलोड 34:31 मिनट के एक वीडियो में मिला।
दर असल महाराष्ट्र के नांदेड़ में आयोजित एक प्रोग्राम में कन्हैया कुमार, मुस्लिम समुदाय के बुद्धिजीवियों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
इस वीडियो में 11:50 मिनट पर देखा जा सकता है कि वह इस्लाम पर अपनी व्यक्तिगत आस्था के रूप में चर्चा नहीं कर रहे थे बल्कि मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के शब्दों की व्याख्या कर रहे थे कि हमारा इतिहास यहां से जुड़ा हुआ। हम सभी अरब से चलकर यहां नहीं आए…
DFRAC टीम ने पाया कि वीडियो के तीन हिस्सों को (11:50 से 12:25, 16:02 से 16:07 और 15:12 से 15:16 तक) को जोड़कर वायरल किया गया।
पूरी वीडियो सुनने पर सामने आया कि 15:03 मिनट पर कन्हैया कुमार कह रहे हैं कि कोई भी आपके पास क़ौम का रहबर बनकर आए और ये कहे कि हम धर्म बचाएंगे तो आप उसे भी बराबर जवाब दीजिए। उनसे कहिए कि हमारे अल्लाह के पास बहुत ताक़त है। हमें वो चाहिए, जो हमारे लिए तालीम, रोज़गार और स्वास्थ सुविधाओं पर बात कर सके। हमारे उद्योग-धंधे को बचाने की बात कर सके। हमें ऐसे नुमाइंदे चाहिए। अल्लाह हमारी रक्षा करेगा…
जहां कन्हैया कुमार मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को कोट कर रहे थे, उसी हिस्से में अलग अलग दो और वीडियो क्लिप जोड़कर यह दिखाने की कोशिश की गई है कि वह एक मुस्लिम के रूप में बोल रहे हैं।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस Fact Check से स्पष्ट है कि कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के पांच साल पुराने वीडियो के अलग-अलग हिस्सों को एडिट करके जोड़ा गया है और उन्हें भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया है।
इस वीडियो का #LokSabhaElections2024 से कोई कोई लेना देना नहीं है। इसलिए, सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा कन्हैया कुमार के इस्लाम क़ुबूल करने का दावा ग़लत है।