PM मोदी के पुतले को ट्रैक्टर से बांधे जाने का वीडियो भारत का नहीं है, पढ़ें, फ़ैक्ट-चेक 

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सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि PM मोदी के पुतले को ट्रैक्टर के आगे बांधा गया है।

यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि किसान आंदोलनकारी खालिस्तानी भिंडरवाले की फोटो को शान से प्रस्तुत कर रहे हैं और देश के  प्रधानमंत्री मोदी का पुतला बनाकर उसे घसीट रहे हैं। 

वहीं, कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स, अंतर्राष्ट्रीय साज़िश बताते हुए भारत सरकार से इस पर कड़ी कार्रवाई किए जाने का अनुरोध कर रहे हैं। 

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फ़ैक्ट-चेक: 

वायरल वीडियो के कुछ की-फ्रेम को रिवर्स सर्च करने पर हमें, ऐसा ही विज़ुअल फ़ेसबुक पेज ‘Signs For You’ पर 20 मार्च 2020 को अपलोड एक वीडियो में मिला। इसमें देखा जा सकता है कि यह एक रेस्तरां है, जिसका नाम ‘सिज़लिंग तंदूरी हट’ है।

फिर हमने ‘सिज़लिंग तंदूरी हट’ की-वर्ड को सर्च किया तो सामने आया कि यह रेस्तरां, अमेरिका के ऑरोरा सिटी में स्थित है।

facebook & tripadvisor

इसके बाद DFRAC टीम ने गूगल मैप पर इसे सर्च किया, जिसकी तस्वीरों से भी साफ़ है कि वायरल यह वीडियो भारत का नहीं है।

google

वहीं, इंस्टाग्राम पर ‘सिज़लिंग तंदूरी हट’ की एक तस्वीर मिली जिसमें वायरल वीडियो वाला ट्रैक्टर भी दिखता है।

साथ ही इसमें दो लोगों की बातचीत का ऑडियो एडिट करके डाला गया है, जिसमें एक शख्स पूछता है कि,”इतनी ठंड में दिल्ली क्यों जा रहे हैं।” इसपर दूसरा शख्स जवाब देता है- “हमारी रोटी ले ली, हमारी ज़मीनें भी ले लेगा मोदी, मोदी को तो मुक्के से मारेंगे जा के।”

वायरल वीडियो कब का है, DFRAC स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं करता है।

निष्कर्ष:

DFRAC के फ़ैक्ट-चेक से स्पष्ट है किसान आंदोलन 2024 के दावे के साथ वायरल वीडियो भारत का नहीं, अमेरिका के ऑरोरा सिटी का है, इसलिए सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा भ्रामक है।