
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूजर्स इस दावे के साथ जमकर पोस्ट शेयर कर रहे हैं और बिहार के कानून व्यवस्था की आलोचना कर रहे हैं। एक्स (ट्विटर) पर मिस्टर सिन्हा सहित कई यूजर्स ने पोस्ट शेयर किया है।


फैक्ट चेक
DFRAC टीम ने गोपालगंज की घटना के संदर्भ में गोपालगंज पुलिस के ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट्स को देखा। हमें गोपालगंज पुलिस के आधिकारिक एक्स (ट्विटर) हैंडल पर एक वीडियो मिला, जिसमें पुलिस अधीक्षक का एक बयान पोस्ट किया गया है। बयान के मुताबिक मृतक का नाम मनोज साह है और वह पुजारी नहीं था। वह मंदिर में कार्यवाहक था।

Source- Gopalganj Police
इसके बाद हमें गोपालगंज पुलिस के एक्स (ट्विटर) हैंडल पर इस पूरी घटना के संदर्भ में एक प्रेस विज्ञप्ति भी मिली। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मृतक मनोज कुमार का गांव की एक लड़की से प्रेम प्रसंग का मामला था, जो उसकी हत्या का कारण बना। पुलिस ने हत्या के आरोप में नेहा कुमारी, अमित कुमार और सुनीता देवी को गिरफ्तार किया है।

Source- Gopalganj Police
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट-चेक से यह स्पष्ट है कि बिहार के गोपालगंज में जिस व्यक्ति की गोली मारकर हत्या की गई, वह पुजारी नहीं बल्कि मंदिर का केयरटेकर था। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है।