सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (@OfficeOfKNath) का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। कमलनाथ को इस वीडियो में मुस्लिम समुदाय के साथ बैठक करते हुए देखा जा सकता है। इस बैठक में कमलनाथ, मुस्लिमों से वोट की अपील करते हुए उन्हें मस्जिद की जमीन वापस दिलाने और धारा-370 को देख लेने की बात कर रहे हैं। साथ ही वह यह भी अपील करते हैं कि यह बात बाहर नहीं जानी चाहिए।
इस वीडियो को बीजेपी नेता हरी मांझी (@HariManjhi), शिवम त्यागी (@ShivamSanghi12) सहित कई यूजर्स ने शेयर किया है। जिनका आर्काईव लिंक यहां दिया गया है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की पड़ताल की। हमारी जांच में सामने आया कि कमलनाथ का वीडियो वर्ष 2018 का है। इस वीडियो में कमलनाथ की ओरिजिनल आवाज को एडिट करके फेक ऑडियो जोड़ा गया है। ओरिजिनल वीडियो में कमलनाथ ने कहीं भी मस्जिद की जमीन दिलाने और धारा 370 पर बात नहीं कही है।
इस वीडियो के संदर्भ में “न्यूज-18 मध्य प्रदेश/छत्तीसगढ़” ने 21 नवंबर 2018 को खबर चलाई थी। हालांकि न्यूज-18 मध्य प्रदेश/छत्तीसगढ़ ने वीडियो की पुष्टि नहीं की थी। इस खबर में बताया गया है कि कमलनाथ ने मुस्लिमों के साथ बैठक की। वहीं वीडियो के संदर्भ में इंडिया टुडे ने 21 नवंबर 2018 को रिपोर्ट चलाया था। इस रिपोर्ट के 2:20 मिनट से 2:45 मिनट के टाइमस्टैंप में वायरल हिस्सा को देखा जा सकता है। लेकिन इस टाइमस्टैंप में वायरल वीडियो आता है, लेकिन ऑडियो मैच नहीं करता है। इंडिया टुडे के वीडियो में कमलनाथ आरएसएस पर बात कर रहे हैं।
कमलनाथ का वीडियो कई बार भ्रामक दावे के साथ हुआ था वायरल
वहीं हमारी टीम ने जांच के दौरान पाया कि कमलनाथ का यह वीडियो इससे पहले भी कई बार भ्रामक दावे के साथ वायरल हो चुका है। जिसका हमारी टीम ने फैक्ट चेक किया है। जिसे यहां और यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा किया गया दावा फेक है। कमलनाथ ने कहीं भी मस्जिद की जमीन दिलाने और धारा 370 पर बात नहीं कही है।